Pulwama Attack: यूपी पुलिस से खफा लोग, कर रहे ट्वीट- क्या विरोध करने पाकिस्तान जाएं
सोमवार रात करीब आठ बजे सैकड़ों लोगों ने एनएच-9 पर पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला था। इसकी वजह से जाम लगा था।
गाजियाबाद [धनंजय वर्मा]। राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच)-9 पर जाम लगाकर हंगामा करने के आरोप में 150 अज्ञात लोगों के खिलाफ इंदिरापुरम पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है। सोमवार रात करीब आठ बजे सैकड़ों लोगों ने एनएच-9 पर पुलवामा में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए कैंडल मार्च निकाला था। इसकी वजह से जाम लगा था। वहीं, मामले में एसपी सिटी का कहना है कि कैंडल मार्च के बाद कुछ लोगों ने रोड जाम कर हंगामा किया था। उन पर रिपोर्ट दर्ज की गई है। लोगों का कहना है कि अपराधियों को पकड़ने में नाकाम पुलिस अब शहीदों को याद करने वालों केा जेल भेज रही है।
इस पर सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गई है। अवनीश कुमार मिश्रा ने ट्वीट किया है- 'इस कार्रवाई से लगता है कि अंग्रेज वापस आ गए?' इस मुद्दे पर अमित चौधरी ने लिेखा है- 'गलत ऐसा नहीं होना चाहिए था।'
मयंक गौर लिखा है- शर्मनाक और बेहद अफसोसजनक... अब क्या हमले का विरोध जताने यहां से पाकिस्तान जाते।
यहां पर बता दें कि सोमवार रात आठ बजे इंदिरापुरम, नोएडा व खोड़ा के सैकड़ों लोगों ने एनएच-नौ पर कैंडल मार्च निकाला। इसकी वजह से यातायात प्रभावित हुआ। जाम में फंसे लोगों ने इसकी पुलिस कंट्रोल रूम से शिकायत की। मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने जाम खुलवाया। पुलिस के मुताबिक करीब दो घंटे तक एनएच-नौ पर यातायात प्रभावित रहा।
रोड जाम कर हंगामा करने की रिपोर्ट दर्ज
शिप्रा सनसिटी पुलिस चौकी पर तैनात उप निरीक्षक गुडवीर सिंह ने इंदिरापुरम थाने रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोपित है कि 100 से 150 लोग एनएच-9 पर सेक्टर-62 के पास जाम लगाकर हंगामा कर रहे थे। इसकी वजह से एनएच-9 के दोनों ओर जाम लग गया। करीब दो घंटे तक जाम लगा रहा। जाम में फंसे लोगों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद जाम खुलवाया।
थाना प्रभारी को पता नहीं
इंदिरापुरम थाना प्रभारी निरीक्षक संदीप सिंह से मंगलवार दोपहर दो बजे मामले के बारे में पूछा गया तो उनका कहना था कि इस तरह की कोई रिपोर्ट दर्ज होने की जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा कि जानकारी कर अवगत कराया जाएगा। न तो उन्होंने कोई जानकारी दी न ही उन्होंने फोन उठाया।
वीके मित्तल (आरडब्ल्यूए अध्यक्ष कौशांबी) ने बताया कि शहीदों की याद में मार्च निकालने वालों पर पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई न्यायपूर्ण नहीं है। जाम लगा था तो पुलिस को मेहनत कर उपाय खोजना चाहिए था।
संजय सिंह (पार्षद वार्ड-100) की मानें तो पुलिस को जाम खुलवाना चाहिए था। मुकदमा दर्ज कर लेना ऐसा लग रहा है जैसे देशभक्तों ने जघन्य अपराध कर दिया हो।
वहीं, श्लोक कुमार (एसपी सिटी) का कहना है कि कैंडल मार्च निकालने के बाद कुछ लोग सड़क से नहीं हटे। करीब 150 लोग एनएच-9 पर जाम लगाकर हंगामा कर रहे थे। इन पर केस हुआ है।