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हेलमेट नहीं पहनने पर काटा 7000 रुपये का चालान, पढ़िए- हरियाणा पुलिस का अजब कारनामा

गुरुग्राम सेक्टर-7 देवीलाल कॉलोनी निवासी कमल को 77 गुणा महंगा पड़ा। कसूर महज इतना था कि बिना हेलमेट मोटरसाइकिल सवार को पुलिसकर्मी द्वारा यूं ही जाने देने की वीडियो मोबाइल में बनाई।

By Edited By: Published: Thu, 24 Jan 2019 07:13 PM (IST)Updated: Fri, 25 Jan 2019 12:55 PM (IST)
हेलमेट नहीं पहनने पर काटा 7000 रुपये का चालान, पढ़िए- हरियाणा पुलिस का अजब कारनामा
हेलमेट नहीं पहनने पर काटा 7000 रुपये का चालान, पढ़िए- हरियाणा पुलिस का अजब कारनामा

फरीदाबाद [हरेंद्र नागर]। पुलिस को आईना दिखाना गुरुग्राम सेक्टर-7 देवीलाल कॉलोनी निवासी कमल को 77 गुना महंगा पड़ा। कसूर महज इतना था कि बिना हेलमेट मोटरसाइकिल सवार को पुलिसकर्मी द्वारा यूं ही जाने देने की वीडियो मोबाइल में बना ली। बौखलाए पुलिसकर्मी ने मोबाइल छीनकर फॉर्मेट कर दिया। 100 की बजाय 7700 रुपये का चालान थमा दिया। मोटरसाइकिल जब्त कर ली। कमल बैंक में फील्ड का काम करता है। बृहस्पतिवार दोपहर मोटरसाइकिल पर फरीदाबाद आ रहा था। पाली के पास एक किशोर ने लिफ्ट मांगी तो उसे बिठा लिया। अनखीर-बड़खल रोड पर पुलिसकर्मियों ने कमल को रोका। उसने हेलमेट लगाया हुआ था, मगर पीछे बैठे किशोर ने नहीं पहना था। पुलिसकर्मी उसका 100 रुपये का चालान काटने लगा। जेब में रुपये ना होने के कारण कमल ने चालान ना काटने की मिन्नत की। पुलिसकर्मी ने चालान काटकर थमा दिया।

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इत्तेफाक से तभी एक युवक बिना हेलमेट पल्सर मोटरसाइकिल पर चश्मे लगाए हुए आया। दूसरे पुलिसकर्मियों ने उसे रोका, मगर चालान काटने वाले पुलिसकर्मी ने उसे जाने देने इशारा किया। कमल ने वाकये की वीडियो मोबाइल में बना ली और पुलिसकर्मी से युवक को यूं ही छोड़ने पर सवाल किया। इससे पुलिस कर्मी बौखला गया और कमल को 77 सौ रुपये का चालान काटकर थमा दिया। इसमें लाइसेंस, आरसी, इंश्योरेंस, पोल्यूशन सर्टिफिकेट न होने की धाराएं लगाईं। पुलिसकर्मी ने उसके कागजात देखने की जहमत तक नहीं उठाई, जो मोटरसाइकिल में ही थे।

कमल समझ नहीं पा रहा है कि उसने राह चलते युवक को लिफ्ट देकर गलती की या पुलिसकर्मी की वीडियो बनाकर। बता दें कि पुलिसकर्मियों को आम जनता के साथ मधुर व्यवहार सिखाने के लिए डीजीपी बीएस संधू ने पूरे प्रदेश में ऑपरेशन श्रीमान चलाया हुआ है।

लगता है जिले में तैनात पुलिसकर्मियों तक इस ऑपरेशन के बारे में पूरी जानकारी नहीं पहुंच पाई है। कमल की जेब में रुपये नहीं थे। ऐसे में उसे शहर में पैदल ही भटकना पड़ा। एक दोस्त से 200 रुपये मांगकर वह वापस घर पहुंचा। मामले की जांच कराई जाएगी। अगर पुलिसकर्मी की गलती होगी तो कार्रवाई होगी।  वहीं, पूरे मामले पर डीसीपी ट्रैफिक लोकेंद्र सिंह का कहना है कि 


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