अर्थला में बच्ची से दुष्कर्म के विरोध में सड़क पर उतरे लोग, दिल्ली और यूपी के बीच लगा लंबा जाम
बच्ची के मामा का आरोप है कि इस घटना के पीछे मौलवी का हाथ है, लेकिन पुलिस उसे बचाने का प्रयास कर रही है।
नई दिल्ली (जेएनएन)। दिल्ली की 10 वर्षीय बच्ची से गाजियाबाद में दुष्कर्म का मामला गरमाता जा रहा है। बच्ची का अपहरण कर दुष्कर्म करने के मामले में बुधवार सुबह दिल्ली में एनएच 9 पर आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर धरना-प्रदर्शन हुआ। इस कड़ी में गाजीपुर थाने के पास महिलाओं ने मार्च निकाला और इंसाफ की मांग की। महिलाओं ने आरोपी मौलवी को गिरफ्तार करने की मांग भी की।
एनएच-9 पर हुए प्रदर्शन में भाजपा कार्यकर्ता भी शामिल हुए। वहीं,एनएच-9 पर मदरसे को सील करने और आरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने गाजीपुर थाने भेज दिया है। वहीं, दूसरी ओर कुछ लोगों को गाजियाबाद पुलिस अभी भी समझा कर शांत कराने में जुटी है।
प्रदर्शन व हंगामे के चलते हाईवे पर यूपी गेट से लेकर नोएडा सेक्टर 62 मॉडल टाउन तक करीब 1 घंटे तक जाम लगा रहा। वहीं, यूपी गेट से लेकर गाजीपुर तक जाम लगा है। बताया जा रहा है कि अभी भी यातायात सामान्य होने में करीब आधे घंटे का वक्त लगेगा। जाम के चलते सैकड़ों गाड़ियां जहां की तहां खड़ी हो गईं।
सूत्रों के मुताबिक, साहिबाबाद के अर्थला स्थित मदरसे में मिली 10 वर्षीय बच्ची के साथ दुष्कर्म भी किया गया था और नशीला पदार्थ देकर मदरसे में रखा गया था। वह पूर्वी दिल्ली के गाजीपुर इलाके के घड़ोली से 21 अप्रैल को दोपहर दो बजे से लापता थी और 22 अप्रैल की रात को मिली थी।
पुलिस ने पहले अपहरण का मामला दर्ज किया था, लेकिन चिकित्सकीय जांच के बाद दुष्कर्म और पॉक्सो की धारा भी प्राथमिकी में जोड़ दी गई है। इस मामले में पकड़े गए आरोपित 17 वर्षीय किशोर को बाल न्यायालय ने बाल सुधार गृह भेज दिया है।
वहीं, हिरासत में लिए गए मदरसे के मौलवी और किशोर के बड़े भाई से पूछताछ जारी है। ये दोनों दोस्त हैं। उधर, इस मामले में स्थानीय पुलिस की कार्रवाई पर शुरू से ही सवाल उठने लगे थे। इसलिए अब मामले की जांच अपराध शाखा को सौंप दी गई है।
दरअसल, बच्ची का परिवार पहले अर्थला के मदरसे के पास ही रहता था और आरोपित किशोर को बच्ची पहले से जानती थी। 19 अप्रैल को बच्ची का परिवार घड़ोली कॉलोनी में रहने के लिए आया था और 21 अप्रैल को घर से कुछ सामान लेने के लिए निकलने के बाद से बच्ची लापता थी। सीसीटीवी फुटेज में उसे एक लड़के के साथ ऑटो में बैठते देखा गया।
जांच में पुलिस को पता चला कि अर्थला की नीलमणि कॉलोनी में रहने वाला एक किशोर एक लड़की के जरिये बच्ची के संपर्क में आया था और फोन पर भी बातचीत होती थी। बच्ची के पास एक मोबाइल था और मोबाइल सर्विलांस के जरिये ही दिल्ली व साहिबाबाद पुलिस ने संयुक्त छापेमारी कर बच्ची को अर्थला की नीलमणि कॉलोनी स्थित मदरसे की पहली मंजिल के कमरे से बरामद किया। सोमवार को मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज होने के बाद पुलिस ने प्राथमिकी में दुष्कर्म व पॉक्सो एक्ट को जोड़ा। मंगलवार देर शाम बच्ची को परिजनों को सौंप दिया गया।
मामा ने कहा, चटाई में लिपटी मिली थी मासूम
बच्ची के मामा ने बताया कि पुलिस जब मदरसे में पहुंची तो बच्ची चटाई में लिपटी मिली। बच्ची को अपहरण के बाद उसे एक लकड़ी की कोठरी में बंद करके रखा गया था।
मामा का बड़ा आरोप, मौलवी की शह पर हुआ सामूहिक दुष्कर्म
बच्ची के मामा का आरोप है कि इस घटना के पीछे मौलवी का हाथ है, लेकिन पुलिस उसे बचाने का प्रयास कर रही है। उनका आरोप है कि चिकित्सकों ने भी कहा है कि बच्ची के साथ तीन-चार लोगों ने दुष्कर्म किया है, लेकिन पुलिस ने सिर्फ एक को पकड़ा है। नशीला पदार्थ देकर उसके साथ गलत काम किया गया है।