दिल्ली में और मजबूत हुए LG, राष्ट्रपति ने पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने की दी शक्ति; MCD वार्ड कमेटी के समय से होंगे चुनाव
दिल्ली में 12 वार्ड कमेटियों के चेयरमैन डिप्टी चेयरमैन और स्थायी समिति के सदस्य का चुनाव आज होना है। इस दौरान हंगामे के पूरे आसार है। सिविक सेंटर में केवल पार्षदों को ही आईकार्ड दिखाकर प्रवेश मिलेगा। बता दें कि शैली ओबेरॉय ने पीठाशीन अधिकारी नियुक्त करने से इनकार कर दिया था। इसके बाद एलजी ने पीठाशीन अधिकारियों की नियुक्ति की।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। लंबे चले घमासान के बाद आखिरकार वार्ड कमेटियों के चेयरमैन और डिप्टी चेयरमैन के साथ ही स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव पर मंडरा रहे संकट के बाद छट गए हैं। राष्ट्रपति ने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने की शक्तियां दे दी हैं।
महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय ने 12 वार्ड कमेटियों के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त करने से इनकार किया तो उपराज्यपाल वीके सक्सेना के आदेश पर निगमायुक्त ने सभी जोन के उपायुक्तों को चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त कर दिया है। अब वार्ड कमेटियों के चुनाव बुधवार को सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक होंगे।
चुनाव में पहले से ही हो रही देरी
एलजी ने दिल्ली नगर निगम में पहले से ही 18 माह देरी से हो रहे वार्ड कमेटियों के चुनाव पर जनहित को देखते हुए एमसीडी एक्ट के अनुच्छेद 487 का उपयोग करते हुए निगमायुक्त को निर्देश दिए। लोकतंत्र की भावना को जीवित रखने के लिए तय समय पर वार्ड कमेटियों के चुनाव कराने के निर्देश दिए। इसको देखते हुए निगमायुक्त ने निष्पक्ष चुनाव के लिए सभी जोन के उपायुक्त को वार्ड कमेटियों के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारी नियुक्त कर दिया है।
तब तक वार्ड कमेटी की अध्यक्षता करेंगे उपायुक्त
ऐसे में संबंधित वार्ड कमेटी के चेयरमैन का चुनाव होने तक उपायुक्त ही बैठक की अध्यक्षता करेंगे। निगमायुक्त द्वारा जारी आदेश में लिखा गया है कि चूंकि चार सितंबर को होने वाले वार्ड कमेटियों के चुनाव में महापौर ने पीठासीन अधिकारी नियुक्त नहीं किए हैं, इसलिए यह आदेश जारी किए जा रहे हैं।
पार्षदों के नामांकन को नहीं दिया ज्यादा समय
इससे पूर्व महापौर डॉ. शैली ओबेरॉय ने निगमायुक्त को पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति करने से इनकार कर दिया था। साथ ही कहा था कि पुरानी चली आ रही प्रक्रिया के अनुसार पार्षदों को नामांकन के लिए ज्यादा समय नहीं दिया गया, जबकि महापौर के आदेश देने के बाद खुद निगम सचिव ने चुनाव के लिए नामांकन करने का आदेश निकालने में पांच दिन का समय लगाया और पार्षदों को नामांकन के लिए तीन दिन का ही समय दिया गया। जबकि पूर्व में हुए चुनावों में इससे ज्यादा समय दिया जाता रहा है।
मेरी अंतरात्मा नहीं देती इजाजत: डॉ. शैली ओबेरॉय
महापौर ने निगमायुक्त को पीठासीन अधिकारी की नियुक्ति से इनकार करते हुए कहा कि मेरी अंतरात्मा अलोकतांत्रिक चुनाव प्रक्रिया में भाग लेने की इजाजत नहीं देती। केवल एक ही दिन का नोटिस देने के चलते नामांकन दाखिल करने में असमर्थ पार्षदों से कई ज्ञापन प्राप्त हुए हैं।
लोकतांत्रिक प्रक्रिया की निष्पक्षता को बनाए रखने के लिए नामांकन के लिए पर्याप्त समय दिया जाना आवश्यक है। महापौर ने सवाल उठाया कि मेरे निर्देश देने के बाद भी नगर निगम सचिव को चुनाव की अधिसूचना देने में पांच दिन लग गए, ऐसे में नामांकन दाखिल करने के लिए सिर्फ एक दिन कैसे दिया जा सकता है?
एमसीडी के इतिहास में नामांकन दाखिल करने के लिए इतना कम समय पहले कभी नहीं दिया गया। इसलिए नामांकन दाखिल करने के लिए कम से कम कम एक सप्ताह का नोटिस देकर चुनाव प्रक्रिया को दोबारा शुरू किया जाए।
क्या कहता है एमसीडी का अनुच्छेद 487
एमसीडी एक्ट के अनुच्छेद 487 में कहा गया है कि यदि केंद्र सरकार की राय है कि इस अधिनियम के तहत निगम या किसी नगरपालिका प्राधिकरण पर लगाया गया कोई कर्तव्य पूरा नहीं हुआ है या अपूर्ण, अपर्याप्त या अनुपयुक्त तरीके से पूरा किया गया है, तो वह निगम या संबंधित नगरपालिका प्राधिकरण को, वह उचित समझे, उस अवधि के भीतर, कर्तव्य के उचित निष्पादन के लिए अपनी संतुष्टि के अनुसार व्यवस्था करने का निर्देश दे सकती है। संबंधित नगरपालिका प्राधिकरण ऐसे निर्देशों का पालन करेगा।
कितने बजे और निगम मुख्यालय के कौन से सभागार में होगा चुनाव
हंसराज गुप्ता ऑडिटोरियम, प्रथम तल
- वार्ड समिति- समय
- सिटी एसपी -सुबह 10 बजे
- रोहिणी- सुबह 11 बजे
- नजफगढ़ जोन- दोपहर 12 बजे
- पश्चिमी जोन- दोपहर दो बजे
- दक्षिणी- दोपहर तीन बजे
- मध्य- शाम चार बजे
सत्य नारायण बंसल ऑडिटोरियम, द्वितीय तल
- वार्ड समिति- समय
- करोल बाग- सुबह 10 बजे
- केशवपुरम- सुबह 11 बजे
- शाहदरा दक्षिणी- दोपहर 12 बजे
- शाहदरा उत्तरी- दोपहर दो बजे
- सिविल लाइंस - दोपहर तीन बजे
- नरेला- शाम चार बजे
किस जोन में किसके पास कितने सदस्य
नरेला जोन-
- कुल सदस्य: 20
- भाजपाः 7
- आपः 9
- मनोनीत: 4
सिविल लाइंस जोन-
- कुल सदस्य: 19
- भाजपाः 6
- आपः 9
- मनोनीत : 4
रोहिणी जोन-
- कुल सदस्य: 23
- भाजपाः 8
- आपः 14
- कांग्रेस: 1
केशवपुरम जोन-
- कुल सदस्य: 15
- भाजपाः 13
- आपः 2
सिटी एसपी जोन
- कुल सदस्य: 12
- भाजपाः 2
- आपः 10
करोल बाग जोन-
- कुल सदस्य: 13
- भाजपाः 2
- आपः 11
पश्चिमी जोन-
- कुल सदस्य: 25
- भाजपाः 5
- आपः 20
नजफगढ़ जोन-
- कुल सदस्य: 22
- भाजपाः 13
- आपः 8
- रिक्त- 1
मध्य जोन-
- कुल सदस्य: 27
- भाजपाः 13
- आपः 10
- कांग्रेस: 2
- मनोनीत: 2
दक्षिणी जोन-
- कुल सदस्य :23
- भाजपाः 7
- आपः 15
- कांग्रेस: 1
शाहदरा दक्षिणी जोन-
- कुल सदस्य: 26
- भाजपाः 17
- आपः 8
- कांग्रेस: 1
शाहदरा उत्तरी जोन
- कुल सदस्य :35
- भाजपाः 18
- आपः 12
- कांग्रेस: 4
- निर्दलीय: 1
निगम की अब स्थिति
- भाजपा-110
- आप- 129
- कांग्रेस-9
- रिक्त-1
वार्ड कमेटियों में कौन-कौन कर सकता है मतदान?
- संबंधित वार्ड कमेटी के निर्वाचित पार्षद
- संबंधित वार्ड कमेटी में मनोनीत निगम पार्षद