दिल्ली में वायु प्रदूषण पर लगाम के लिए अभी से शुरू हुई तैयारी
प्रत्येक वर्ष सर्दी के दौरान दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की समस्या गंभीर हो जाती है इसलिए समय रहते हर जरूरी कदम उठाने होंगे। पिछले साल वायु प्रदूषण में इजाफा होने से वायु गुणवत्ता स्तर 1200 के पार चला गया था।
नई दिल्ली [संतोष कुमार सिंह]। सर्दियों में यहां की हवा साफ रहे इसके लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) ने सख्त कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। नगर निगमों, लोक निर्माण विभाग सहित अन्य विभागों को धूल उड़ने की समस्या हल करने को कहा गया है। इसके लिए एंटी स्मॉग गन का सहारा लिया जाएगा। संबंधित विभागों को निर्माण स्थलों, टूटी हुई सड़कों या उन सभी स्थानों पर जहां धूल उड़ती है वहां स्मॉग गन लगाने सहित अन्य जरूरी कदम उठाने का आदेश दिया गया है। दिल्ली की हवा साफ रखने के लिए यह जरूरी भी है, क्योंकि यहां वायु प्रदूषण में 28 फीसद हिस्सेदारी सड़कों व निर्माण स्थलों से उड़ने वाली धूल की है।
गौरतलब है कि प्रत्येक वर्ष सर्दी में इससे प्रदूषण की समस्या गंभीर हो जाती है, इसलिए समय रहते हर जरूरी कदम उठाने होंगे। इस दिशा में डीपीसीसी का यह आदेश स्वागतयोग्य है। आदेश जारी करने के साथ ही इसकी निगरानी भी करनी होगी। कहीं ऐसा नहीं हो कि यह सिर्फ एक कागजी आदेश बनकर रह जाए और इस सर्दी में भी दिल्लीवासी जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर रहें।
दिल्ली में प्रदूषण के 18 हॉट स्पॉट की पहचान की गई है। इनकी निगरानी भी की जा रही है। इन स्थानों की स्थिति सुधारने के लिए कई योजनाएं भी बनाई गई है। आवश्यक दिशा निर्देश जारी किए गए हैं और संबंधित विभागों की जिम्मेदारी भी तय की गई है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं, लेकिन अभी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। हॉट स्पॉट के साथ ही प्रदूषण के लिए जिम्मेदार छोटे स्थानों व कारकों की भी पहचान जरूरी है।
प्रदूषण मानकों का उल्लंघन करने वाले औद्योगिक इकाइयों के खिलाफ भी सख्ती की दरकार है। इसके साथ ही सड़कों पर वाहनों की भीड़ भी कम करनी होगी। वाहनों की संख्या ज्यादा होने की वजह से यातायात जाम की समस्या होती है। काफी देर तक वाहन जाम में फंसे रहते हैं जिससे वायु प्रदूषण बढ़ता है। इन समस्याओं को हल करने के लिए सभी विभागों को बेहतर तालमेल के साथ काम करना होगा। इसके साथ ही आम नागरिक को भी अपनी भूमिका निभानी होगी।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो