Rapid Metro Rail Latest Updates: दिल्ली से मेरठ सिर्फ 1 घंटे में सफर की तैयारी, गाजियाबाद में आकार लेने लगा RRTS डिपो
Rapid Metro Rail Latest Updates दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर में दुहाई और मोदीपुरम समेत दो डिपो होंगे। इसके अलावा दिल्ली के जंगपुरा में एक स्टैब्लिंग यार्ड का निर्माण भी किया जा रहा है जो आरआरटीएस के तीनों कॉरिडोर को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। देश की राजधानी दिल्ली से मेरठ तक एनसीआरटीसी द्वारा बनाए जा रहे रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (आरआरटीएस) के पहले डिपो का निर्माण गाजियाबाद के दुहाई में मूर्त रूप लेने लगा है। · जागरण संवाददाता से मिली जानकारी के मुताबिक, एनसीआरटीसी द्वारा अधिकृत जमीन पर डिपो निर्माण की गतिविधियां शुरू की गई हैं। बाकी बची जमीन के अधिग्रहण का काम भी तेजी पर है और अगले कुछ महीनों के दौरान यह काम भी जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। बता दें कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर में दुहाई और मोदीपुरम समेत दो डिपो होंगे। इसके अलावा दिल्ली के जंगपुरा में एक स्टैब्लिंग यार्ड का निर्माण भी किया जा रहा है, जो आरआरटीएस के तीनों कॉरिडोर को अपनी सेवाएं प्रदान करेगा। यहां पर बता दें कि कोरोना काल के बाद भी आरआरटीएस के 82 किलोमीटर लंबे संपूर्ण कॉरिडोर पर तेजी से काम चल रहा है। अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, गाजियाबाद में बन रहे दुहाई डिपो में 12 आरआरटीएस ट्रेनों को खड़ी करने की क्षमता होगी। इसके अलावा, स्टैंडर्ड गैज की 3 इन्सपैक्शन बे लाइनों और 2 वर्कशॉप लाइनों के साथ-साथ लगभग 1 किमी की रनिंग टेस्ट ट्रैक भी होगा। इसी के साथ इस कॉरिडोर के कुछ ट्रेन सेट्स को आगामी मोदीपुरम डिपो में खड़ा करने की व्यवस्था की जाएगी। आरआरटीएस ट्रेनों को रात भर डिपो में रखा जाएगा, जहां उनके रखरखाव, सफाई, मरम्मत आदि की व्यवस्था होगी।ई
- ट्रेन सेट्स की सामयिक रखरखाव की सुविधा
- गाड़ियों की समुचित सफाई के लिए एक स्वचालित ट्रेन वाशिंग प्लांट
- एडमिनिस्ट्रेटिव बिल्डिंग, डिपो कंट्रोल सेंटर (डीसीसी), बैकअप ऑपरेशनल कंट्रोल सेंटर, इंजीनियरिंग ट्रेन यूनिट (ईटीयू), एफ्लूएंट व सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट्स।
- प्रशिक्षण और प्रारम्भिक परिचय के उद्देश्य से ट्रेन सिमुलेटर सहित चालक प्रशिक्षण सुविधा।
साहिबाबाद से दुहाई
17 किलोमीटर लंबे साहिबाबाद से दुहाई प्राथमिकता वाले पूरे खंड पर तेज गति से निर्माण कार्य हो रहा है। इस खंड के चारों स्टेशन गाजियाबाद, साहिबाबाद, दुहाई और गुलधर के फाउंडेशन का कार्य पूरा किया जा चुका है। इस खंड पर 302 पिलर्स स्थापित किया जा चुका है। इस खंड में लगभग एक किमी से अधिक एलिवेटेड ट्रैक (वायडक्ट) का निर्माण पूरा किया जा चुका है।
दुहाई से शताब्दी नगर
दुहाई से शताब्दी नगर लगभग 8 किलोमीटर से ज्यादा खंड पर भी फाउंडेशन का कार्य पूरा कर लिया गया है और 40 पिलर खड़े किए जा चुके हैं।
शताब्दी नगर से मोदीपुरम
इस खंड पर भी एलिवेटेड सेक्शन में फाउंडेशन का काम न्यू शंभू नगर के पास चल रहा है। साथ ही यूटिलिटी डायवर्जन का कार्य भी प्रगति पर है।
सराय काले खां से साहिबाबाद
दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के इस 4.3 किमी के एलिवेटेड सेक्शन पर दिल्ली में न्यू अशोक नगर के पास आरआरटीएस वायाडक्ट के लिए फाउंडेशन का काम चल रहा है। इस खंड में सराय काले खां आरआरटीएस स्टेशन से न्यू अशोक नगर डाउन रैंप तक एक वायाडक्ट का निर्माण होगा, जिसमें जंगपुरा में एंट्री रैंप से स्टैब्लिंग यार्ड, जंगपुरा भी शामिल है। इसमें इसमें यमुना नदी पर एक पुल समेत सराय काले खां और न्यू अशोक नगर नामक दो एलिवेटेड आरआरटीएस स्टेशनों का भी निर्माण किया जाएगा।
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