PFI पूजा स्थलों पर हिंसा भड़काने की रच रहा था साजिश, दिल्ली के शाहीनबाग में भी हो रही थीं गुप्त बैठकें
PFI Latest Update पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) पर पांच साल के लिए प्रतिबंध के बाद अब इस पर शिकंजा कसने लगा है। ताजा मामले में शाहीन बाग थाने में पीएफआइ और इसके सहयोग संगठनों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) के सदस्य त्योहार पर दिल्ली के पूजा स्थलों पर भीड़ को उकसाकर हिंसा भड़काने की साजिश रच रहे थे। इसकी पुष्टि होने के बाद दिल्ली पुलिस ने पीएफआइ और उसके सहयोगी संगठनों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।
इस बाबत दिल्ली पुलिस आयुक्त के निर्देश पर शाहीन बाग थाने में पीएफ आइ और इसके सहयोग संगठनों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। इसकी जांच एसीपी बदरपुर को सौंपी गई है। पिछले दिनों पीएफआइ के खिलाफ देशभर में छापेमारी की गई थी।
इस दौरान पीएफआइ और इसके सहयोगी संगठन यानी रिहाब इंडिया फाउंडेशन (आरआइएफ), आल इंडिया इमाम काउंसिल (एआइआइसी), नेशनल कन्फेडरेशन आफ ह्यूमन राइट्स आर्गेनाइजेशन (एनसीएचआरओ) के संबंध आतंकी संगठनों से होने की बात सामने आई थी। इसमें ये भी पता चला था कि देश विरोधी गतिविधयों को अंजाम देने के लिए इस संगठन को देश ही नहीं विदेश से भी फंडिंग की जा रही है।
शाहीन बाग में पीएफआइ के सदस्यों के सक्रिय होने की पुष्टि
इसी आधार पर केंद्र सरकार ने इस संगठन पर प्रतिबंध लगा दिया था। इस बीच दिल्ली के पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा ने 29 सितंबर को एक गैजेट नोटिफिकेशन जारी किया है। इसमें कहा है कि शाहीन बाग, अबुल फजल एन्क्लेव और जामिया नगर के कुछ स्थानों पर पीएफआइ और इसके सहयोगी संगठनों के सक्रिय होने की पुष्टि हुई है।
PFI के सहयोगी संगठनों पर भी कार्रवाई शुरू
इसके साथ ही यह भी पता चला है कि यह संगठन दिल्ली में भी हिंसा भड़काने की साजिश रच रहा था। इसके आधार पर शाहीन बाग पुलिस ने यूएपीए सहित विभिन्न धाराओं में पीएफ आइ और उसके सहयोगी संगठनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
शाहीनबाग में हो रही थीं गुप्त बैठकें
दिल्ली पुलिस को अब तक की जांच में पता चला है कि पीएफआइ और उसके सहयोगी संगठन दिल्ली में धार्मिक कार्यक्रमों में हिंसा भड़काने की साजिश रच रहे थे। इसे लेकर उनके नेता शाहीनबाग, जामियानगर और अब्बुल फजल एन्क्लेव में स्थित संगठन के सदस्यों के घर पर लगातार गुप्त बैठकें कर रहे थे। इसमें युवाओं को प्रशिक्षण देकर त्योहार के दौरान पूजा स्थलों पर जुटने वाली भीड़ को उकसाकर हिंसा कराने की तैयारी की गई थी। इसके लिए युवाओं को एक-एक सप्ताह का प्रशिक्षण भी दिया गया था।
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