Delhi Pollution: क्या इस बार दिल्ली में घुटेगा दम? बढ़ेगा प्रदूषण; सामने आई बड़ी वजह
राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पराली का धुआं इस बार भी सांसें फुलाएगा। वजह पंजाब और हरियाणा के खेतों में पराली जलाने के मामले थमने में नहीं आ रहे हैं। पिछले 15 दिनों में लगभग दो सौ मामले सामने आ चुके हैं। खास बात यह है कि इनमें से आधे मामले पंजाब और हरियाणा के सिर्फ तीन जिलों से ही सामने आए हैं।
राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। Delhi Pollution राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पराली का धुआं इस बार भी सांसें फुलाएगा। वजह, पंजाब और हरियाणा के खेतों में पराली जलाने के मामले थमने में नहीं आ रहे हैं। पिछले 15 दिनों में लगभग 200 मामले सामने आ चुके हैं। खास बात यह है कि इनमें से आधे मामले पंजाब और हरियाणा के सिर्फ तीन जिलों से ही सामने आए हैं।
गौरतलब है कि छह राज्यों में पराली जलाने की घटनाओं पर 15 सितंबर के बाद से निगाह रखी जाने लगती है। पूसा कृषि अनुसंधान संस्थान की शाखा क्रीम्स संस्था द्वारा नियमित रूप से बुलेटिन भी जारी किया जाता है। इसी के मुताबिक, 15 से 30 सितंबर के बीच पराली जलाने के कुल 198 मामले सामने आए हैं।
पंजाब-हरियाणा के 3 जिलों में सबसे ज्यादा घटनाएं
पंजाब और हरियाणा के तीन जिले ऐसे हैं, जहां पर पराली जलाने की सबसे ज्यादा घटनाएं हो रही है। अकेले पंजाब के अमृतसर में 67 घटनाएं सामने आई है। हरियाणा के करनाल में 31 और कुरुक्षेत्र में 16 मामले सामने आई हैं।
विशेषज्ञों का कहना है कि अभी औपचारिक रूप से दिल्ली एनसीआर से मानसून की वापसी नहीं हुई है। हालांकि, राजस्थान और गुजरात के कई हिस्सों में अब मानसून की वापसी का रुख है। इसके साथ ही हवा की दिशा में बदलाव होगा।
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हवा की दिशा उत्तरी पश्चिमी होने के साथ ही पराली का धुआं दिल्ली की तरफ आने लगेगा। माना जा रहा है कि सप्ताह भर के अंदर पराली के धुएं का दिल्ली में असर दिख सकता है।
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