CAA delhi protest: न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी में पुलिस ने मौके से बरामद किए कई चले हुए कारतूस
न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी (एनएफसी) में हिंसा के दौरान रविवार को उपद्रवियों ने पत्थर लाठी-डंडे और पेट्रोल बम के साथ अवैध हथियारों से गोली भी चलाई गई थी।
नई दिल्ली [विवेक त्यागी]। न्यू फ्रैंड्स कॉलोनी (एनएफसी) में हिंसा के दौरान रविवार को उपद्रवियों ने पत्थर, लाठी-डंडे और पेट्रोल बम के साथ अवैध हथियारों से गोली भी चलाई गई थी। पुलिस की पड़ताल में इस बात का पर्दाफाश हुआ है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक मौके से चले हुए कई कारतूस खोखे बरामद किए गए हैं। अब पुलिस की कोशिश उपद्रव करने वालों के साथ गोली चलाने वालों की पहचान कर शिकंजा कसने की है। इसके लिए पुलिस टीम मौका-ए-वारदात के दौरान मोबाइल से बनाई गई वीडियो क्लिप व घटनास्थल के आसपास आवासीय परिसर व सड़कों पर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही है।
इसके अलावा सोशल पर वायरल हो रही वीडियो को भी बारीकी से देखा जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस ने हजारों की संख्या में वीडियो जुटा ली हैं। अब इन वीडियो को देखकर उपद्रवियों की पहचान करने का सिलसिला जारी है। इस काम में दक्षिणी-पूर्वी जिले के कई थानों की पुलिस व स्पेशल स्टाफ समेत 20 से ज्यादा टीमें लगी हुई हैं। वरिष्ठ पुलिस अफसरों का कहना है कि वीडियो क्लिप व सीसीटीवी फुटेज खंगालने से उपद्रव करने वालों के संबंध में अहम सुराग मिल रहे हैं। जल्द ही अन्य आरोपितों पर भी शिकंजा कसा जाएगा।
अवैध हथियारों का सोर्स जानने में जुटी पुलिस
डीसीपी चिन्मय बिश्वाल यह बात स्पष्ट रूप से कह चुके हैं कि भीड़ के पास अवैध हथियार होने की बात से इंकार नहीं किया जा सकता है। एनएफसी बवाल के बाद मामले में दर्ज एफआइआर में भी इस बात का स्पष्ट जिक्र है कि उपद्रवियों की भीड़ के पास अवैध हथियार थे और भीड़ से गोली चलाने की आवाज आ रही थी। उपद्रवियों की भीड़ के अवैध हथियार होने की बात सामने आने से पुलिस अफसर भी खासे चिंतित हैं। पुलिस अब यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि उपद्रवियों के पास अवैध हथियार आखिर आए कहां से।
क्षेत्र में सक्रिय हथियार तस्कर गिरोह की कुंडली खंगाल रही है पुलिस
दक्षिणी दिल्ली इलाके में कई हथियार तस्कर गिरोह सक्रिय हैं। पश्चिमी उत्तर प्रदेश व बिहार से हथियार लाकर तस्कर दिल्ली में सप्लाई करते हैं। समय-समय पर पुलिस द्वारा पकड़े गए हथियार तस्करों से इस बात का पर्दाफाश होता रहा है। अब पुलिस क्षेत्र में सक्रिय हथियार तस्कर गिरोह और पूर्व में जेल जा चुके आरोपितों की कुंडली खंगाल रही है। इसके पीछे पुलिस का मकसद हथियार तस्कर गिरोह का नेटवर्क पूरी तरह तोड़कर ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकना है।