Move to Jagran APP

Delhi Riots Case: वकील महमूद प्राचा के ठिकानों पर स्पेशल सेल ने की छापेमारी

दिल्ली दंगा मामले में दिल्ली पुलिस ने वकील महमूद प्राचा (at lawyer Mehmood Pracha) के दफ्तर पर छापेमारी की है। पुलिस का कहना है कि अदालत से जारी सर्च वारंट के बाद ये कार्रवाई की गई है। ये छापेमारी दिल्ली दंगा से जुड़े मामले में की जा रही है।

By Mangal YadavEdited By: Published: Thu, 24 Dec 2020 03:39 PM (IST)Updated: Thu, 24 Dec 2020 03:39 PM (IST)
Delhi Riots Case: वकील महमूद प्राचा के ठिकानों पर स्पेशल सेल ने की छापेमारी
छापेमारी दिल्ली दंगा से जुड़े मामले में की जा रही है।

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। दिल्ली दंगा मामले में अदालत में फर्जी हलफनामा दायर करने के मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने गुरुवार को दंगाइयों के वकील महमूद प्राचा के निजामुद्दीन व यमुना विहार स्थित कार्यालयों पर छापेमारी की। अदालत के आदेश पर स्पेशल सेल ने प्राचा के खिलाफ पहले फर्जीवाड़े की धाराओं में मुकदमा दर्ज किया, फिर अदालत से वारंट हासिल करने के बाद छापेमारी की। इस दौरान प्राचा निजामुद्दीन कार्यालय पर मिले। यमुना विहार कार्यालय पर उनके कर्मचारी मिले। सेल ने प्राचा से कंप्यूटर की हार्ड डिस्क मांगी, जिससे फर्जी हलफनामा बनाया गया था और उस पर नोटरी के फर्जी हस्ताक्षर किए गए थे। डीसीपी मनीषी चंद्रा के नेतृत्व में सेल ने छापेमारी की।

loksabha election banner

प्राचा पर आरोप है कि उन्होंने हलफनामे में कहा था कि पुलिस ने एक दंगा पीड़ित को गलत बयान देने को कहा था। हलफनामा जिस नोटरी के नाम पर बनाया गया उनकी तीन साल पहले मौत हो चुकी है। उक्त नोटरी की पत्नी कड़कड़डूमा कोर्ट में वकील हैं। उनके पति को दिल्ली सरकार की तरफ से नोटरी का लाइसेंस मिला हुआ था। कोर्ट में बहस के दौरान इसकी पोल खुली थी। नोटरी की पत्नी ने अदालत को बताया कि उनके पति की मौत हो चुकी है। उन्होंने कोई हलफनामा नहीं बनाया है। इस पर कोर्ट ने गंभीरता से संज्ञान लेकर दिल्ली पुलिस आयुक्त एसएन श्रीवास्तव को स्पेशल सेल अथवा क्राइम ब्रांच से जांच कराने को कहा था। जांच में हलफनामा फर्जी पाए जाने पर प्राचा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।

दिल्ली दंगे के एक मामले में एक आरोपित को जमानत दिलाने के लिए ऐसी चाल चली गई थी। इसमें बार के कुछ सदस्यों के भी शामिल होने की बात सामने आइ है। कुछ दस्तावेज व अन्य सामान जब्त पुलिस ने प्राचा के कार्यालयों से कुछ दस्तावेज व अन्य सामान जब्त किए हैं। छापेमारी इसलिए की गई, ताकि यह पता लगाया जा सके कि कहीं उनके कार्यालय में कोई और भी फर्जी दस्तावेज तो नहीं तैयार किए जाते हैं। प्राचा दिल्ली दंगा के मामले में गिरफ्तार की गई गुलफिशा उर्फ गुल समेत कुछ अन्य आरोपितों के वकील हैं।

पिंजरा तोड़ की छात्राओं ने लिए थे कई बड़े नाम

येचुरी समेत कई पर लगे हैं आरोप 20 अगस्त को उत्तर-पूर्वी दिल्ली दंगे की साजिश रचने के मामले में सेल ने पिंजड़ा तोड़ समूह की जिन छात्राओं के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था, उन्होंने बयान में कहा था कि माकपा महासचिव सीताराम येचुरी व स्वराज अभियान के नेता योगेंद्र यादव समेत अर्थशास्त्री जयति घोष, दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर व एक्टिविस्ट अपूर्वानंद, डाक्युमेंट्री फिल्म निर्माता राहुल रॉय, कांग्रेस के पूर्व विधायक मतीन अहमद, आप के विधायक अमानतुल्लाह खान व वकील महमूद प्राचा धरना स्थलों पर आकर भाषण देते थे। जाफराबाद दंगा के मामले में आरोपित बनाए गए जेएनयू की छात्रा देवांगना कलिता, नताशा नरवाल व जामिया मिल्लिया की गुलफिशा फातिमा उर्फ गुल ने इन नेताओं के नाम लिए थे।

Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.