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आशु बाबा के बेटे, उसके दोस्त व मैनेजर के खिलाफ सबूत नहीं, जानें- कहां फंसा पेंच

पुलिस अधिकारी का कहना है कि एक साल तक ही मोबाइल कंपनियां ग्राहकों के मोबाइल कॉल डिटेल व लोकेशन के बारे में जांच एजेंसियों को जानकारी उपलब्ध कराती है। डेढ़ साल पुराने मामले में डिटेल मिलने की संभावना बहुत कम है।

By Edited By: Published: Sat, 06 Oct 2018 07:54 PM (IST)Updated: Sat, 06 Oct 2018 08:52 PM (IST)
आशु बाबा के बेटे, उसके दोस्त व मैनेजर के खिलाफ सबूत नहीं, जानें- कहां फंसा पेंच
आशु बाबा के बेटे, उसके दोस्त व मैनेजर के खिलाफ सबूत नहीं, जानें- कहां फंसा पेंच

नई दिल्ली (जेएनएन)। चालीस साल की महिला व उनकी नाबालिग बेटी को हवस का शिकार बनाने के मामले में आसिफ खान उर्फ आशु बाबा तो तिहाड़ जेल में है, लेकिन सबूत के अभाव में अन्य आरोपियों को पुलिस अभी भी गिरफ्तार नहीं कर सकी है। लाख कोशिशों के बाद भी क्राइम ब्रांच को तीन अन्य आरोपियों के खिलाफ सबूत नहीं मिल रहे हैं।

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नहीं मिली सफलता 
आशु की गिरफ्तारी के बाद से ही क्राइम ब्रांच पिछले एक माह से उसके बेटे समर, समर के दोस्त सौरभ और मैनेजर रवि शंकर के खिलाफ सबूत खोज रही है लेकिन अभी तक निराशा ही हाथ लगी है। पुलिस तीनों से अब तक तीन-तीन बार पूछताछ कर चुकी है।

इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिलने की संभावना है कम
डीसीपी क्राइम ब्रांच डॉ. राम गोपाल नायक का कहना है कि पीड़िता ने वारदात के डेढ़ साल बाद शिकायत दर्ज कराई। मार्च 2017 में दुष्कर्म किए जाने की बात कही है। पुलिस के पास सबूत के रूप में अभी केवल मां-बेटी के बयान ही है। तीनों आरोपियों के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल निकालने पर अगर उनके बीच एक-दूसरे को फोन करने के सबूत मिलते, वाट्सएप मैसेज मिलते या घटना वाले दिन तीनों की लोकेशन पीड़िता के पास मिलती तो पुलिस अपराध की कड़ी जोड़ सकती थी। इलेक्ट्रॉनिक सबूत मिलने की संभावना अब काफी कम है।

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मामले में कोई चश्मदीद नहीं 
पुलिस अधिकारी का कहना है कि एक साल तक ही मोबाइल कंपनियां ग्राहकों के मोबाइल कॉल डिटेल व लोकेशन के बारे में जांच एजेंसियों को जानकारी उपलब्ध कराती है। डेढ़ साल पुराने इस मामले में डिटेल मिलने की संभावना बहुत कम है। मौखिक तौर पर कंपनियां डिटेल देने से इनकार कर चुकी हैं। मामले में कोई चश्मदीद भी नहीं है, जिसे गवाह बनाया जा सके।

जारी है हर पहलू की जांच
पुलिस अधिकारी का कहना है कि हर पहलू की जांच की जा रही है। अभी तीनों को क्लीन चिट नहीं दी गई है। क्राइम ब्रांच आशु बाबा के हौजखास व रोहिणी सेक्टर 7 स्थित आश्रमों में जाकर कई बार जांच कर चुकी है। वहां से कुछ दस्तावेज अन्य सामान जब्त किए हैं।

फरार हो गए थे सभी आरोपी  
इंदिरापुरम की रहने वाली 40 वर्षीय महिला ने बीते 4 सितंबर को हौजखास थाने में आशु बाबा समेत चार के खिलाफ दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कराया था। उन्होंने अपनी नाबालिग बेटी के साथ भी दुष्कर्म करने का आरोप लगाया है। मुकदमा दर्ज होते ही सभी आरोपी घर छोड़कर फरार हो गए थे।

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यहां मिला था आशु बाबा
आशु बाबा अपने परिवार के साथ राज नगर आ गया था। वहां अजनारा अपार्टमेंट में वह छिपकर रह रहा था। उक्त फ्लैट आशु बाबा के दोस्त के बेटे आकिल ने किराए पर लिया हुआ है। आकिल के पिता की मृत्यु हो जाने पर उससे आशु बाबा की निकटता बढ़ गई थी। पुलिस ने वहां से एक माह पूर्व आशु बाबा व उसके बेटे समर को हिरासत में लिया था। बाबा को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने समर को छोड़ दिया था। बाबा अभी तिहाड़ जेल में बंद है।


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