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नवरात्र पर लॉन्च होगी यमुना प्राधिकरण की 1500 आवासीय भूखंड की योजना

प्राधिकरण को उम्मीद है कि जेवर एयरपोर्ट परियोजना को देखते हुए भूखंड योजना सफल साबित होगी। एयरपोर्ट परियोजना की जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों की सहमति मिल चुकी है।

By Edited By: Published: Tue, 09 Oct 2018 02:46 PM (IST)Updated: Tue, 09 Oct 2018 03:54 PM (IST)
नवरात्र पर लॉन्च होगी यमुना प्राधिकरण की 1500 आवासीय भूखंड की योजना
नवरात्र पर लॉन्च होगी यमुना प्राधिकरण की 1500 आवासीय भूखंड की योजना

नोएडा (जेएनएन)। यमुना प्राधिकरण नवरात्र के पहले दिन भूखंड योजना निकालने जा रहा है। योजना दस नवंबर को समाप्त होगी और 21 दिसंबर को संभावित ड्रा होगा। इस योजना में 1520 भूखंड शामिल किए गए हैं। हालांकि भूखंडों की संख्या में बदलाव हो सकता है। भूखंड अलग-अलग सेक्टर में हैं। योजना में 120 वर्गमीटर से लेकर पांच सौ वर्गमीटर तक के भूखंड शामिल हैं। योजना में ऑनलाइन आवेदन के साथ बैंक से फार्म भी मिलेंगे। दो साल के अंदर सभी आवंटियों को भूखंडों पर कब्जा मिलेगा। यमुना प्राधिकरण लंबे समय बाद आवासीय भूखंड योजना निकाल रहा है।

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प्राधिकरण को उम्मीद है कि जेवर एयरपोर्ट परियोजना को देखते हुए भूखंड योजना सफल साबित होगी। एयरपोर्ट परियोजना की जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों की सहमति मिल चुकी है। प्राधिकरण जल्द ही निविदा प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी में है। ऐसे में यह योजना प्राधिकरण के लिए आर्थिक तौर पर फायदेमंद भी साबित हो सकती है।

भूखंड योजना की सबसे बड़ी बात यह है कि इसके आवंटियों को कब्जे के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा। प्राधिकरण का दावा है कि जिस जमीन पर भूखंड योजना निकाली जा रही है। वह प्राधिकरण के कब्जे में हैं। वहां विकास कार्य चल रहे हैं। इसलिए आवंटियों को भूखंड पर कब्जे के लिए लंबा इंतजार नहीं करना होगा। दो साल से कम समय में प्राधिकरण भूखंड पर कब्जा देने का दावा कर रहा है।

120 से पांच सौ वर्गमीटर के भूखंड होंगे
योजना में शामिल प्राधिकरण की भूखंड योजना में 120, 162, 200, 300 व पांच सौ वर्गमीटर के भूखंडों को शामिल किया गया है। सबसे अधिक भूखंड 120 व 162 वर्गमीटर श्रेणी में होंगे। प्राधिकरण को उम्मीद है कि छोटे भूखंड अधिक संख्या में होने से मध्यम वर्ग को खासकर फायदा होगा। भूखंड आवंटन के लिए उनकी संभावनाएं सबसे अधिक होंगी। छोटे भूखंड लोकेशन के हिसाब से भी अच्छी जगह पर है। अधिकतर भूखंड 120 मीटर रोड पर हैं।

जेवर एयरपोर्ट के नजदीक होंगे भूखंड
जिन सेक्टरों में भूखंड योजना है, जेवर एयरपोर्ट से उनकी दूरी पांच से सात किलोमीटर है। सेक्टर 17, 18, 20, 22 डी में भूखंड आवंटित किए जाएंगे। सेक्टर 22 डी में प्राधिकरण की भवन व भूखंड योजनाएं पहले से हैं। इसके अलावा सेक्टर 18 व 20 में प्राधिकरण की 21 हजार भूखंड योजना भी है। इनके आवंटियों को भी प्राधिकरण की मार्च 2019 तक भूखंड पर कब्जे देने की योजना है।

दस फीसद पंजीकरण धनराशि के साथ करना होगा आवेदन
योजना में आवेदन के लिए दस फीसद पंजीकरण धनराशि देनी होगी। 120 वर्गमीटर के लिए एक लाख 87 हजार, 162 वर्गमीटर के लिए करीब दो लाख 53 हजार, तीन सौ वर्गमीटर के लिए चार लाख 68 हजार व पांच सौ वर्गमीटर के लिए सात लाख 81 हजार रुपये पंजीकरण धनराशि होगी। योजना में किसानों एवं एससीएसटी के लिए नियमानुसार आरक्षण होगा।

10 अक्टूबर से ऑनलाइन आवेदन
डा. अरुणवीर  सिंह (सीईओ, यमुना प्राधिकरण) ने बताया कि भूखंड योजना दस अक्टूबर से निकलने के साथ ही ऑनलाइन आवेदन की सुविधा भी शुरू हो जाएगी। हालांकि बैंकों से आवेदन पत्र मिलने में सोमवार तक का वक्त लग सकता है। पंजीकरण धनराशि बैंक से फाइनेंस कराने के लिए भी प्राधिकरण ने प्रयास किए हैं। प्राधिकरण आवासीय भूखंड योजना निकाल रहा है। ऑन लाइन के साथ बैंक से फार्म मिलेंगे। योजना का ड्रा दिसंबर में संभावित है। योजना के लिए प्राधिकरण ने भूखंड आवंटन दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। 


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