Chetan Chauhan: क्रिकेटर के साथ डीडीसीए में प्रशासक के तौर पर खेली अच्छी पारी
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के साथ लंबे समय तक ओपनिंग करने वाले पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान ने क्रिकेट प्रशासक के तौर पर भी यादगार पारी खेली थी।
नई दिल्ली [विनीत त्रिपाठी]। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर के साथ लंबे समय तक ओपनिंग करने वाले पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान ने क्रिकेट प्रशासक के तौर पर भी यादगार पारी खेली थी। दिल्ली जिला क्रिकेट एसोसिएशन (डीडीसीए) के उपाध्यक्ष और कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर डीडीसीए की कार्यपद्धति में किए गए कई बदलाव का श्रेय उन्हें दिया जाता है। महाराष्ट्र के बाद दिल्ली के लिए रणजी मैच खेलने वाले चेतन ने सक्रिय राजनीति के बावजूद क्रिकेट के लिए समय निकाला और आइपीएल से लेकर अंतरराष्ट्रीय मैच तक के आयोजन में हमेशा फ्रंट फुट पर रहकर काम किया। चेतन चौहान से जुड़ी स्मृतियों को याद करते हुए उक्त बातें भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) के पूर्व कार्यकारी अध्यक्ष व पूर्व डीडीसीए उपाध्यक्ष सीके खन्ना ने कहीं।
सीके खन्ना ने कहा कि चेतन चौहान को डीडीसीए में लाने के लिए आज भी वह गर्व महसूस करते हैं। उन्होंने बताया कि फिरोजशाह कोटला मैदान में अंतरराष्ट्रीय मैच हो या फिर आइपीएल का आयोजन। अनुमति लेने से लेकर हर तरह के दबाव का सामाना चेतन खुद आगे रहकर करते थे। डीडीसीए में खिलाड़ियों के चयन में पारदर्शिता लाने का श्रेय चेतन चौहान को जाता है। आक्रमक व सख्त स्वभाव होने के बावजूद चेतन प्रतिभावान खिलाड़ियों को आगे लाने का हमेशा प्रयास करते थे।
चेतन चौहान के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करने वाले पूर्व क्रिकेटर सुरेंद्र खन्ना ने कहा कि चेतन न सिर्फ उनके दोस्त बल्कि मार्गदर्शक भी थे। कुछ माह पहले हुई बातचीत में उन्होंने बताया था कि वह साथ खेलने वाले सभी खिलाड़ियों से मिलने की योजना बना रहे थे। काम करने वालों के प्रति चेतन का व्यवहार हमेशा अच्छा रहता था। हालांकि, काम में लापरवाही करने वालों के प्रति वह उतना ही सख्त थे। चेतन साहसी व आक्रमक स्वभाव के थे और जो ठान लेते थे उसे करके ही दम लेते थे। दिनेश शर्मा, पूर्व संयुक्त सचिव, डीडीसीए पूर्व क्रिकेटर चेतन चौहान अब हमारे बीच नहीं रहे हैं, लेकिन उनके साथ बिताया हर एक पल बेहतरीन था। महान आत्मा के रूप में उन्हें हमेशा याद किया जाएगा और क्रिकेट बिरादरी उनके योगदान को हमेशा याद रखेगी। विनोद तिहारा, डीडीसीए सचिव