Delhi Hauz Qazi temple desecration case: दिल्ली हाई कोर्ट ने खारिज की याचिका
याचिकाकर्ता ने कहा कि धार्मिक स्थल पर हमले की एसआइटी से जांच कराकर दोषी पर कठोर कार्रवाई की जाए ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो।
नई दिल्ली, जेएनएन। दिल्ली के चांदनी चौक के लाल कुआं स्थित एक मंदिर में तोड़फोड़ के मामले में दायर याचिका दिल्ली हाई कोर्ट (Delhi High Court) ने खारिज कर दी। इस जनहित याचिका में मामले की जांच विशेष जांच दल (एसआइटी) से कराने की मांग की गई थी।
अधिवक्ता अलख आलोक श्रीवास्तव ने याचिका में कहा था कि धार्मिक स्थल पर हमले की एसआइटी से जांच कराकर दोषी पर कठोर कार्रवाई की जाए, ताकि इस तरह की घटना दोबारा न हो। उन्होंने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर भी एक दिशा-निर्देश तय करने की मांग की थी। याचिका में कहा गया था कि मंदिर पर हमला करने से देशभर के लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं।
बता दें कि 29 जून की रात चांदनी चौक के लाल कुंआ में पार्किंग के विवाद के बाद दो पक्षों के बीच मारपीट हुई थी। इसके बाद एक मंदिर पर लगभग दो सौ लोगों ने पथराव किया था। मामले में पुलिस ने अब तक तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि, एक नाबालिग को भी पकड़ा गया है। मध्य जिला की हौजकाजी थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मंदिर तोड़फोड़ मामले में छह और आरोपित धरे
हौजकाजी के लालकुआं स्थित मंदिर में तोड़फोड़ के मामले में मध्य जिला पुलिस ने छह और आरोपितों को दबोच लिया है। मंगलवार को पुलिस ने दो बालिग मुहम्मद अनश व मोहम्मद जुबैर समेत एक नाबालिग को पकड़ा था। मुहम्मद अनश की आपराधिक पृष्ठभूमि है। उसके खिलाफ कमला मार्केट थाने में झपटमारी व आर्म्स एक्ट के दो मामले दर्ज हैं। अबतक जिन नौ आरोपितों को दबोचा गया है, उनमें पांच बालिग व चार नाबालिग हैं। पुलिस की पांच टीमें सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल से बनाई वीडियो से आरोपितों की पहचान करने में जुटी। आरोपितों की धरपकड़ के लिए स्पेशल सेल और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है।
पुलिस अधिकारी के मुताबकि रविवार रात करीब 8.30 बजे लालकुआं स्थित दुर्गा मंदिर के पास पार्किंग को लेकर दो समुदाय के युवकों में पहले झगड़ा हुआ था। झगड़े में शामिल एक समुदाय विशेष के युवक ने फोन कर अपने दोस्तों को बुला लिया और उसके बाद दोबारा मारपीट हुई। धीरे-धीरे अफवाह फैला दी गई, जिससे दोनों समुदाय के लोगों की भीड़ इकट्ठा हो गई। पुलिस को सूचना मिलने पर दोनों पक्ष के युवकों को रात में ही हौजकाजी थाने ले आया गया। इसके बाद थाने के बाहर भी एक समुदाय विशेष के लोग इकट्ठा हो गए। पुलिस ने समझा-बुझाकर दोनों पक्ष के लोगों को वहां हटा दिया। जिस समय थाने के बाहर भीड़ जमा हुई, उसमें बल्लीमारान के आम आदमी पार्टी के विधायक इमरान हुसैन भी वहां पहुंचे थे। थाने के सीसीटीवी कैमरे में उनकी तस्वीर कैद हो गई है। पुलिस यह पता करने की कोशिश कर रही है कि कहीं विधायक के उकसावे में तो बवाल नहीं हुआ। थाने के बाहर से लोगों को हटाने के बाद ही भीड़ के एक हिस्से ने देर रात करीब 11.30 बजे दुर्गा मंदिर पहुंच कर जमकर तोड़फोड़ की थी और मूर्तियां तोड़ दी थी। वहां भी मंदिर के सीसीटीवी में उपद्रवियों की तस्वीरें कैद हो गई थी। इसी के आधार पर पुलिस अबतक नौ आरोपितों को दबोच चुकी है।
मामले में गृहमंत्रमलय की नाराजगी के बाद अब यह जांच भी की जा रही है कि इसमें आला अधिकारियों का क्या रवैया रहा? अधिकारियों की लापरवाही सामने आने पर उनपर भी गाज गिर सकती है। बीते दिनों मुखर्जी नगर बवाल मामले में भी अधिकारियों की लापरवाही सामने आई थी। हौजकाजी बवाल मामले में भी घटना वाले दिन धीरे-धीरे बवाल बढ़ता गया। पुलिस ने शुरू में उपद्रवियों पर कार्रवाई नहीं की। स्थानीय लोगों में संयुक्त आयुक्त मध्य रेंज राजेश खुराना व डीसीपी मध्य जिला मंदीप सिंह रंधावा के खिलाफ नाराजगी है। पुलिस की कार्रवाई में तेजी बुधवार को तब आई जब गृहमंत्रालय ने फटकार लगाई।
तनाव के बाद पटरी पर लौटा चावड़ी बाजार
दो दिन के भारी तनाव के बाद बुधवार को चावड़ी बाजार पटरी पर लौट आया। यहां दुकानें खुल गई हैं। बैरिके¨डग हटने के बाद सड़कों पर वाहन दौड़ने लगे। दुकानों पर ग्राहक लौटने लगे हैं। हालांकि, दुकानदारों और यहां के लोगों के मन में अब भी अनहोनी की आशंका है, इसलिए ऐहतियातन दिल्ली पुलिस व अर्धसैनिक बल के जवान भी पूरे तनावग्रस्त क्षेत्र हौजकाजी में तैनात हैं। जहां भी एक साथ अधिक लोग इकट्ठा हो रहे हैं, पुलिस उन्हें तुरंत हटा दे रही है। दो दिन बाद साफ-सफाई के बाद दुर्गा मंदिर में भी पूजा अर्चना हुई।
मंगलवार देर शाम और बुधवार सुबह वहां जमा हुए ईंट- पत्थरों को हटाया गया। मंदिर के पर्दे और शीशे बदल दिए गए हैं। टूटी मूर्तियों को बदलना अभी बाकी है। वैसे, नई मूर्तियां लाकर रख दी गई हैं। दोनों पक्षों के लोग इस कोशिश में हैं कि यहां पर जिंदगी अब पटरी पर लौटे और आपसी भाईचार फिर से कायम हो। दूर-दूर से मंदिर में आ रहे लोग पुरानी दिल्ली में लोगों के हालात पर चिंता जता रहे हैं।
मंदिर के सामने खड़े मुजीब रहमान ने कहा कि यहां कुछ भी हो सकता है, इसके लिए बाहरी लोगों पर रोक लगाना जरूरी है, जो हालत को बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। दिनभर मीडिया वालों का भी तांता लगा हुआ है। लोग चाहते हैं कि वह सामान्य दिनों की तरह जिंदगी गुजार सकें। रविवार रात एक संप्रदाय द्वारा एक व्यक्ति की पिटाई और मंदिर तोड़ने के बाद पूरे चावड़ी बाजार में भारी तनाव था। दोनों संप्रदायों के लोग एक-दूसरे के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इस बीच, दोनों पक्षों द्वारा पुरानी दिल्ली की गंगा-यमुना तहजीब को बचाए रखने का भरसक प्रयास हो रहा था। यहीं कारण है कि दो दिनों में विरोध-प्रदर्शनों को खत्म करते हुए गले मिलने का फैसला किया।
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