Central Vista Project: सेंट्रल विस्टा परियोजना का काम रोकने की याचिका पर आज होगी सुनवाई
मंगलवार को केंद्र की तरफ से पीठ को बताया कि सेंट्रल विस्टा परियोजना पहले ही कई बाधाओं का सामना कर चुकी है और अब जब काम शुरू हो गया है तो इसमें विघ्न डाला जा रहा है। पीठ ने सुनवाई बुधवार के लिए टाल दी।
नई दिल्ली [सुशील गंभीर]। देश की राजधानी दिल्ली में केंद्र सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी परियोजना सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट का काम रोकने की मांग को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट में दायर याचिका पर बुधवार को सुनवाई होगी। इससे पहले मंगलवार को भी सुनवाई हुई। दिल्ली हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीएन पटेल और न्यायमूर्ति जसमीत सिंह की पीठ को केंद्र सरकार की तरफ से बताया गया कि यह याचिका सिर्फ सेंट्रल विस्टा परियोजना को रोकने की मंशा से दायर की गई है, जबकि राजधानी में कई अन्य एजेंसियों की तरफ से भी निर्माण कार्य कराए जा रहे हैं। जबकि सेंट्रल विस्टा का काम रोकने के लिए कोरोना महामारी को आधार बनाया गया है।
केंद्र की तरफ से पीठ को बताया कि सेंट्रल विस्टा परियोजना पहले ही कई बाधाओं को सामना कर चुकी है और अब जब काम शुरू हो गया है तो इसमें फिर से विघ्न डाला जा रहा है। कुछ देर हुई सुनवाई के बाद पीठ ने सुनवाई बुधवार के लिए टाल दी।
दिल्ली हाई कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि कोविड-19 महामारी के बीच सेंट्रल विस्टा का काम रोक देना चाहिए, क्योंकि यह वायरस के फैलाव का कारण बन सकता है। याचिका में यह भी कहा गया है कि आखिर क्यों और किस तरह इस निर्माण को आवश्यक सेवाओं के तहत पूरा करने की जल्दबाजी की जा रही है।
जानिये- सेंट्रल विस्टा को लेकर अहम बातें
- सेंट्रल विस्टा परियोजना के तहत एक नए संसद भवन और नए आवासीय परिसर का निर्माण किया जाएगा।
- प्रधानमंत्री और उप राष्ट्रपति के आवास के साथ कई नए कार्यालय भवन और मंत्रालय के कार्यालयों के लिए केंद्रीय सचिवालय का निर्माण किया जाना है।
- सेंट्रल विस्टा परियोजना की सितंबर 2019 में घोषणा की गई थी। 10 दिसंबर 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने परियोजना की आधारशिला रखी थी। इस पुनर्विकास परियोजना में एक नए संसद भवन का निर्माण प्रस्तावित है।
- एक केंद्रीय सचिवालय का भी निर्माण किया जाएगा।