नर्सरी में सफल रहा परीक्षण, अब मुस्कराकर लोगों से रिश्ते बनाएंगे पेड़
ट्रायल के तौर पर आधा दर्जन पेड़ों पर कलाकृतियां लगाई गईं। इनमें इंसानी चेहरे की तरह लगाई गई कलाकृतियां आकर्षक हैं और उनमें पक्षियों के लिए दाना डालने की भी व्यवस्था हैं।
नई दिल्ली [निहाल सिंह]। राजधानी में बढ़ते वायु प्रदूषण के बीच सभी को पर्यावरण को बचाने और आबोहवा को स्वच्छ रखने की चिंता हो रही है। इसी शृंखला में दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने पेड़ों की ओर लोगों का रुझान बढ़ाने के लिए एक अनोखी पहल की है। इस पहल के तहत पेड़ों को शक्ल देकर यह दिखाने की कोशिश की जा रही है कि इनमें भी जीवन है और हमें इनका ख्याल रखना चाहिए। ये जीवित रहेंगे तो हमें भी जीवन देते रहेंगे। इस संबंध में फिलहाल छह पेड़ों पर ट्रायल पूरा कर लिया गया है।
इसके तहत निगम ने पेड़ों को विशेष रूप से आकर्षित दिखने वाले चेहरे दिए हैं। इससे ऐसा लगेगा कि ये पेड़ आपको देख रहे हैं, मुस्करा रहे हैं और आपसे बातें भी कर रहे हैं। इसके साथ ही बच्चों को पंसद आने वाले जानवरों की कलाकृतियां भी पेड़ों पर लगाई जाएंगी।
पेड़ों के भी चेहरे होंगे
दक्षिणी दिल्ली नगर निगम का दावा है कि देश में पहली बार कोई नगर निगम ऐसा करने जा रहा है, जहां पेड़ों के भी चेहरे होंगे। उद्यान विभाग के निदेशक डॉ. आलोक सिंह ने बताया कि पेड़ों में जान होती हैं यह तो हम जानते ही हैं, ऐसे में उन्हें चेहरा भी दे दिया जाए तो लोगों का पेड़ों और पर्यावरण के प्रति रुझान और बढ़ेगा। लोग पेड़ों को नुकसान पहुंचाने से भी बचेंगे। साथ ही चेहरे के साथ पेड़ बच्चों को भी आकर्षित करेंगे।
नर्सरी में सफल रहा परीक्षण
उद्यान विभाग के निदेशक डॉ. आलोक सिंह ने कहा, विदेश में पेड़ों को लेकर ऐसे प्रयोग किए जाते हैं। इस प्रयोग को सफल बनाने के लिए दक्षिणी दिल्ली नगर निगम द्वारा जंंगपुरा की नर्सरी में परीक्षण किया गया। ट्रायल के तौर पर आधा दर्जन पेड़ों पर ऐसी कलाकृतियां लगाई गईं। इनमें इंसानी चेहरे की तरह लगाई गई कलाकृतियां आकर्षक भी हैं और उनमें पक्षियों के लिए दाना डालने की भी व्यवस्था हैं।
प्रमुख बाजारों में लगाई जाएंगी कलाकृतियां
निगम द्वारा की गई इस अनोखी पहल के तहत दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के प्रमुख बाजारों के पेड़ों पर चेहरे लगाए जाएंगे। निगम के अनुसार, दक्षिणी दिल्ली नगर निगम अपने प्रमुख बाजारों जैसे लाजपत नगर, न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी, डिफेंस कॉलोनी, हौज खास, मुनिरका, कालकाजी, नेहरू प्लेस, ग्रेटर कैलाश के अंदर और आसपास के पेड़ों पर चेहरे लगाएगा।
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