Delhi Foods: कम हो रहा कोरोना का खौफ, लोगों की जुबां पर चढ़ने लगा दिल्ली का जायका
पुरानी दिल्ली में दिल्ली और अन्य राज्यों से लोग बड़ी संख्या में खाना खाने के लिए आते हैं। इनमें दरियागंज के कई रेस्तरां में लोग नॉन वेज खाने के लिए आते हैं।
नई दिल्ली [राहुल सिंह]। अब तक कोरोना के खौफ के कारण अपने आशियानों में रह रहे लोग अब बाहर आने लगे हैं। घरों में रहकर लंबे समय तक बाहर के खाने से दूर रहे लोग अब बाहर आकर रेस्तरां के बने खाने का जायका लेने लगे हैं। इसके चलते रेस्तरां संचालक भी राहत की सांस ले रहे हैं। उनका कहना है कि अब धीरे-धीरे उनकी गाड़ी पटरी पर लौटने लगी है। हालांकि अभी पहले जैसे हालात नहीं हैं, लेकिन फिर भी नई दिल्ली और पुरानी दिल्ली के रेस्तरां में 30 से 35 फीसद लोग आने लगे हैं।
कोरोना की थमती रफ्तार के कारण बाहर आ रहे लोग
कनॉट प्लेस के एक निजी रेस्तरां संचालक संदीप राघव का कहना है कि कोरोना के कारण लोग रेस्तरां तक नहीं पहुंच रहे थे, लेकिन अब दिल्ली में कोरोना की थमती रफ्तार को देखने के बाद लोग घरों से बाहर आने लगे हैं। इन दिनों 35 फीसद तक लोग रेस्तरां आ रहे हैं। लोगों के बाजार में आने से हालात सुधरेंगे। वहीं, थमी हुई जिंदगी अब पटरी पर लौटने की आस जग रही है। उनका कहना है कि अनलॉक-1 में रेस्तरां संचालकों की हालात खराब रही थी, जिसके चलते रेस्तरां का किराया निकालना और कर्मचारियों को वेतन तक देना मुश्किल हो गया था।
बाहर के खाने से डर रहे थे लोग
खान मार्केट स्थित रेस्तरां के मैनेजर संदीप तंवर का कहना है कि कोरोना के कारण लोग बाहर का खाना खाने से डर रहे थे, लेकिन अब हालात सुधर रहे हैं। इन दिनों खान मार्केट के रेस्तरां में 20 से 30 फीसद लोग पहुंच रहे हैं, जो संचालकों के लिए राहत भरी खबर है। उन्होंने बताया कि रेस्तरां की ओर से सरकार की सभी गाइड लाइन का पालन किया जा रहा है। इनमें रेस्तरां में काम करने वाले कर्मचारियों और ग्राहकों की प्रवेश से पहले गेट पर ही थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। इसके अलावा खाना बनाने वाले सभी लोग दस्ताना पहनकर काम कर रहे हैं। वहीं, स्वच्छता संबंधी सभी सावधानियां बरती जा रही हैं।
पुरानी दिल्ली में पहुंच रहे लोग
पुरानी दिल्ली में दिल्ली और अन्य राज्यों से लोग बड़ी संख्या में खाना खाने के लिए आते हैं। इनमें दरियागंज के कई रेस्तरां में लोग नॉन वेज खाने के लिए आते हैं। संचालकों का कहना है कि अनलॉक-1 के बाद स्थिति सुधरने लगी है। पहले लोगों में बाहर का खाने को लेकर ज्यादा डर था, लेकिन अब बाजार में ग्राहक आने लगे हैं, जो पुरानी दिल्ली की अलग-अलग दुकानों तक पहुंच रहे हैं।