वसीम रिजवी का सिर कलम करने की धमकी मामले पर लोगों की चुप्पी खतरनाक : विहिप
विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि वसीम रिजवी ने कुरान की कुछ आयतों को विवादस्पद बताते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उसपर अगर किसी को आपत्ति है तो उनके खिलाफ न्यायालय में जाना चाहिये।
नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी का सिर काटने की धमकी मामले में कथित धर्मनिरपेक्ष समूहों के साथ ही मुफ्ती मौलानाओं की चुप्पी पर विहिप ने चिंता जताई है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने कहा कि वसीम रिजवी ने कुरान की कुछ आयतों को विवादस्पद बताते हुए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। उस पर अगर किसी को आपत्ति है तो उनके खिलाफ न्यायालय में जाना चाहिये। इस तरह की खुले आम धमकी तालिबानी मानसिकता को दर्शाता है। जिसपर योगी सरकार को कठोर कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए ताकि कोई आगे इस तरह की धमकी देने की हिम्मत न कर सकें।
उन्होंने कहा कि जिहादी मानसिकता के कट्टरपंथी मुरादाबाद बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेसी नेता अमीरुल हसन ने वसीम रिजवी का गला काटने वाले को 11 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है। बंसल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि क्या कोई मुस्लिम उलेमा, संगठन या कथित धर्मनिरपेक्ष नेता इन आतंकी मानसिकता वाले व्यक्ति के खिलाफ कुछ बोलेगा।
उन्होंने कहा कि दारुल उलूम देवबंद जैसी संस्थाएं भी वसीम रिजवी का विरोध तो कर रही है, पर ऐसे जिहादियों पर चुप्पी साधकर बैठ जाती हैं। जो सरेआम जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
सवाल यह उठता हैं कि क्या मुस्लिम उलेमा व संस्थाएं भी सुपारीबाजों के साथ हैं? यह भी देखने वाली बात हैं? कि एक ओर कथित बुद्धिजीवी दावा करते हैं कि मुस्लिम समाज डरा हुआ है। वह गरीब है। दूसरी ओर हमलों, हमलों की धमकी, उनकी जिम्मेदारी व मौत के फरमान जारी कर लाखों- करोड़ों रुपये इनाम की घोषणा के ऐसे मामले भी सामने आते रहते हैं।
उन्होंने कहा कि यही मामला अगर किसी हिंदू का होता तो आसमान सिर पर उठा लिया गया होता। उन्होंने कहा कि अच्छा है कि इस मामले में मुरादाबाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। तो भी उस जेहादी मानसिकता वाले व्यक्ति की तत्काल गिरफ्तारी के साथ वसीम रिजवी की सुरक्षा सुनिश्चित करना आवश्यक है।