Delhi Pollution 2019: एयर इंडेक्स रहा बहुत खराब, रविवार को 200 से भी नीचे आ सकता है स्तर
Delhi Pollution 2019 आगामी दो दिनों तक हवा की गति 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी जिससे प्रदूषण का स्तर इससे भी कम रहेगा।
नई दिल्ली, जेएनएन। शुक्रवार को भले ही दिल्ली- एनसीआर की हवा बहुत खराब श्रेणी में रही, लेकिन शनिवार एवं रविवार को यह खराब श्रेणी में रह सकती है। हवा की गति तेज होने से प्रदूषण कम होने और राहत मिलने के प्रबल आसार हैं। शुक्रवार को सुबह के समय हवा कम होने से प्रदूषण काफी अधिक था, लेकिन सूरज निकलने के बाद इसमें सुधार हुआ। आगामी दो दिनों तक हवा की गति 20 से 25 किलोमीटर प्रति घंटे की रहेगी, जिससे प्रदूषण का स्तर इससे भी कम रहेगा। सीपीसीबी द्वारा जारी एयर बुलेटिन के अनुसार, दिल्ली का एयर इंडेक्स 330 रहा। फरीदाबाद का 337, गाजियाबाद का 355, ग्रेटर नोएडा का 365, नोएडा का 366 और गुरुग्राम का 306 रहा। रविवार को प्रदूषण का स्तर खराब स्तर यानी 200 से भी नीचे पहुंच सकता है।
वहीं, वायु गुणवत्ता सूचकांक स्तर के मुताबिक, दिल्ली के लोधी रोड इलाके शनिवार को पीएम 2.5 का स्तर 267 और पीएम 10 का स्तर 247 है।
वहीं सफर के अनुसार, एयर इंडेक्स में कुछ इजाफा हुआ, लेकिन बारिश की वजह से प्रदूषक तत्व कम हुए और हवा चली तो शुक्रवार को इसका व्यापक असर देखने को मिला। हवा अभी उत्तर-पूर्व दिशा की तरफ से नहीं आ रही है। लिहाजा पराली का धुआं भी दिल्ली को बहुत अधिक प्रभावित नहीं कर रहा है। शुक्रवार को पराली का प्रदूषण महज तीन फीसद रहा जो शनिवार को आठ फीसद तक हो सकता है।
सफर के अनुसार, सेटेलाइट इमेज से पता चला है कि पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने के दो मामले सामने आए हैं। यह पिछले कई दिनों की तुलना में काफी कम है। लेकिन इसकी वजह यह भी हो सकती है कि हरियाणा और पंजाब के ऊपर इस समय घने बादल छाए हैं, जिससे पराली नहीं जलाई जा रही है।
11 नवंबर तक जारी रहेंगे प्रतिबंध
दिल्ली- एनसीआर की वायु गुणवत्ता के गंभीर स्थिति पर पहुंच जाने के कारण शुक्रवार तक लगाए गए तमाम प्रतिबंधों की समयावधि अब 11 नवंबर तक जारी रहेगी। सोमवार को फिर से स्थिति की समीक्षा की जाएगी। अगर वायु प्रदूषण घट जाता है तो तमाम प्रतिबंध हटाए जा सकते हैं। शुक्रवार शाम केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की टास्क फोर्स की बैठक हुई। इसमें प्रदूषण के ताजा हालात पर समीक्षा की गई है। पाया है कि अभी भी दिल्ली में एयर इंडेक्स बहुत खराब श्रेणी में बना हुआ है। ऐसे में प्रतिबंध की समयावधि बढ़ाने का फैसला लिया गया। टास्क फोर्स के सदस्य डॉ. टी के जोशी ने बताया कि प्रदूषण के स्रोत पर लगाम लगाने के लिए स्थानीय स्तर पर और ठोस कदम उठाने होंगे।
यह प्रतिबंध रहेंगे जारी
- हॉट मिक्स प्लांट, स्टोन क्रेशर एनसीआर के सभी जिलों में सोमवार तक बंद रहेंगे।
- कोयले से चलने वाले सभी उद्योगों को जो प्राकृतिक गैस पर तब्दील नहीं हुए हैं। वह फरीदाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, सोनीपत, पानीपत, बहादुरगढ़ और भिवाड़ी में बंद रहेंगे।
- दिल्ली में वह उद्योग जो पीएनजी गैस में तब्दील नहीं हुए है, बंद रहेंगे।
- पटाखे जलाने पर तो पूरी सर्दी भर प्रतिबंध लगा दिया गया है।
- सभी तरह की निर्माण संबंधी गतिविधियां भी शाम छह बजे से सुबह 10 बजे तक बंद रहेंगी।
हरियाणा में 412 किसानों से 10.70 लाख वसूले
प्रदेश में पराली जलाने के मामले भले ही पंजाब की तुलना में कम हो मगर प्रदेश सरकार इसे लेकर पूरी तरह से सख्ती बरत रही है। पराली जलाने पर कोर्ट की फटकार के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने फील्ड में उतरकर काम करना शुरू कर दिया है। इसका नतीजा यह हुआ है कि किसानों पर एफआइआर और चालान काटने के मामले बढ़ गए हैं। प्रदेश में पराली जलाने पर अब तक 412 किसानों के चालान काटे गए हैं। इन किसानों से करीब 10.70 लाख रुपये वसूले जा चुके हैं। कैथल में सर्वाधिक 189 किसानों के चालान काटे गए हैं, जिनसे 4.75 लाख रुपये वसूले गए हैं। जिन आठ जिलों में पराली जलाने के मामले सामने आए, उनमें पानीपत और पलवल में सबसे कम महज दो-दो किसानों के चालान कर पांच-पांच हजार वसूले गए हैं। प्रशासन की इस सख्ती का असर धरातल पर भी देखने को मिल रहा है। हरसैक की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में अब तक 5463 आगजनी के मामले सामने आ चुके हैं।
प्रदूषण फैला रहे 19 लोगों पर एफआइआर दर्ज
प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ दिल्ली के तीनों नगर निगमों की कार्रवाई जारी है। शुक्रवार को दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने प्रदूषण फैलाने वाले 19 लोगों पर एफआइआर दर्ज कराई, वहीं 285 चालान भी किए गए हैं। उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने बताया कि उसने अब 3940 स्थानों का निरीक्षण किया जिसमें 3586 लोगों के चालान किए गए हैं।
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