दिल्लीः संजय झील पार्क में घूमने के साथ-साथ एक्यूप्रेशर का लाभ उठा रहे लोग, देखें वीडियो
पूर्वी दिल्ली के संजय झील पार्क में घूमने के साथ-साथ लोग एक्यूप्रेशर का लाभ भी उठा रहे हैं। रोजाना बड़ी संख्या में लोग यहां मॉर्निंग वॉक करने पहुंच रहे हैं।
नई दिल्ली, जेएनएन। मयूर विहार फेज एक स्थित संजय झील पार्क में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा पार्क को लोगों के शारीरिक लाभ के लिए एक अलग रूप से विकसित किया गया है। पार्क के अंदर एक मोरम पथ तैयार किया है जो नंगे पैर सैर करने पर शरीर के लिए एक्यूप्रेशर थेरेपी का काम करेगा। इस पथ पर सैर करने पर लोगों को कई तरह का शरीरिक लाभ मिल रहा है। हर सुबह मॉर्निंग वॉक करने पहुंच रहे लोग इसका फायदा ले रहे हैं।
पार्क के वॉकिंग ट्रैक पर एक विशेष मोरम पत्थर बारीक पिसवा कर बिछवाया गया है ताकि घूमते वक्त ये एक्यूप्रैशर थैरेपी की तरह काम करे। एक्यूप्रैशर के जानकारों का मानना है कि जब इन बारीक कंकरीट पर चला जाता है तो पैर के कुछ प्वाइंट्स पर प्रैशर पड़ता है और उससे शरीर को फायदा होता है।
उद्यान विभाग के सहायक निदेशक महेंद्र सिंह ने बताया कि मोरम पथ मिट्टी व बारीक कंक्रीट से तैयार करवाया जाता है, जो एक्यूप्रेशर थेरेपी का काम करता है। डॉक्टरों की मानें तो मनुष्य के पैर में एक्यूप्रेशर थेरेपी के कुछ प्वाइंट होते हैं। एक्यूप्रेशर थेरेपी एक ऐसी प्राचीन चिकित्सा कला है जो मोरम पथ पर पैदल चलने पर बारिक कंकरीट उन प्वाइंटों में दवाब बनाती है और सैर कर रहे बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को राहत पहुंचाती है।
एक्यूप्रेशर सभी बाधाओं और रूकावटों को रोकता है और शरीर के अंदर ऊर्जा का संचार करता है। शरीर में जो ऊर्जा प्रवाहित होती है। वह कैसे हम सोचते है, कैसे महसूस करते हैं और कैसे सांस लेते हैं, इन सभी चीजों को प्रभावित करता है साथ ही उन्होंने बताया कि जब व्यक्ति के मस्तिष्क में नकारात्मक विचार पैदा होते हैं। तो यह शरीर में ऊर्जा को प्रवेश करने से रोकती है। लेकिन व्यक्ति को एक्यूप्रेशर चिकित्सा देकर उसके शरीर में अंदर ऊर्जा को प्रवाहित कर सकारात्मक विचारों को लाने का प्रयत्न किया जाता है।
उन्होंने कहा कि लोग डॉक्टरों के पास जाकर महंगा इलाज करवाते है। लेकिन व्यक्ति पार्क में मोरम पथ पर सुबह शाम सैर करेगा तो कई प्रकार के शारीरिक बीमारी निवारण कर पाएगा। पैर के प्वाइंट में दवाब बनने पर मनुष्य के शरीर में इम्यून सिस्टम बढ़ता है और तनाव का निवारण करने, सर्कुलेशन को बढ़ाने, पीड़ा कम करने के साथ ही मनुष्य में आध्यात्मिकता बढ़ती है और स्वास्थ्य की देखभाल के लिए प्रेरित करती है।
दिल्ली विकास प्राधिकरण पूर्वी क्षेत्र के मुख्य अभियंता संजीव कुमार आर्य के निर्देश अनुसार मोरम पथ को तैयार करवाया जा रहा है। उनका मानना है कि मोरम पथ शारीरिक लाभ के लिए बेहतर है। कई गरीब स्तर के लोग होते है जिनके अन्य बीमारियां होती है। लेकिन महंगे अस्पतालों में इलाज करवाने से वह कतराते है। लेकिन विभाग द्वारा इस पार्क में मोरम पथ तैयार करवाया गया है जिसमें लोग नंगे पैर चलकर शरीरिक संबंधित बीमारियों को दूर कर स्वस्थ रह सकते है।
उद्यान विभाग निदेशक अशोक कुमार समय समय पर आकर पार्क में लगे पेड़ पौधों की क्यारियों का निरिक्षण करते है। साथ ही लोगों को पार्क में सफाई व्यवस्था बनाए रखने व अपने घरों और आस पड़ोस में पेड़ पौधे लगाने के लिए जागरूक करते है। साथ ही पार्क में पथ के किनारे फूलों के पौधे लगाए जा रहे है जिससे पार्क पथ की सुंदरता ओर बढ़े।