7 करोड़ का घर, पीपल से लगी नजर तो पीएम मोदी के दफ्तर को करनी पड़ी पहल, जानें कहानी
एशियाड विलेज की पॉश कॉलोनी में एक सेवानिवृत्त आइआरएस अधिकारी को अपने घर के बगल में लगे पीपल के पेड़ को हटवाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में शिकायत करनी पड़ी। इसके बाद कर्मचारियों ने 25 फीट लंबे पीपल के पेड़ को हटा दिया।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। एशियाड विलेज की पॉश कॉलोनी में एक सेवानिवृत्त आइआरएस अधिकारी को अपने घर के बगल में लगे पीपल के पेड़ को हटवाने के लिए प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) में शिकायत करनी पड़ी। इसके बाद कर्मचारियों ने 25 फीट लंबे पीपल के पेड़ को हटा दिया। पीड़ित का कहना है कि पेड़ उनकी नींव और छत के लिए खतरा उत्पन्न कर रहा था। इस मामले में आरडब्ल्यूए भी किसी प्रकार की मदद नहीं कर पा रहा था। इसके बाद उन्हें पीएमओ से मदद मांगनी पड़ी।
सात करोड़ में खरीदा था घर
एशियाड विलेज में पूर्व आइआरएस अधिकारी अजय अग्निहोत्री ने एक घर खरीदा था। एशियाड जैसी पॉश कॉलोनी में छह से सात करोड़ रुपये खर्च करने के बाद भी उन्हें सुकून नहीं मिला। दरअसल, उनके बगल के फ्लैट का स्वामित्व एमटीएनल के पास था और वह घर लंबे समय से बंद था। उसमें लगा करीब 25 फीट ऊंचा पीपल का पेड़ उनकी घर की नींव और छत को भी खतरे में डाल रहा था। उन्होंने बताया कि लगातार डर बना रहता था कि यदि यह पेड़ गिर गया तो उन्हें काफी नुकसान हो सकता है।
आरडब्ल्यू से भी की शिकायत
उन्होंने इसको लेकर आरडब्ल्यूए से भी शिकायत की, लेकिन कोई हल नहीं निकला। उन्होंने टेलीकॉम मंत्रालय में भी शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई न होने के बाद पीएमओ का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद उनकी समस्या का निदान किया गया, लेकिन इस दौरान उनके घर को काफी नुकसान पहुंच चुका है।
जन्मोत्सव पर भंडारा व मास्क वितरण
इधर, बाबा श्याम के जन्मोत्सव पर पहाड़गंज में भंडारा के साथ ही विशेष रूप से कोरोना से निजात दिलाने के लिए लोगों को मास्क व सैनिटाइजर आदि का वितरण किया गया। मीडिया प्रभारी भूपेश गुप्ता ने बताया कि कार्यक्रम में श्याम परिवार ने शारीरिक दूरी, सैनिटाइजेशन व मास्क आदि का विशेष ध्यान रखा। इस धार्मिक अनुष्ठान में संस्थापक संजय गुप्ता, संरक्षक जगजीवन शर्मा, अध्यक्ष खजांची मल अग्रवाल, महामंत्री सचिन मालपानी व कोषाध्यक्ष दीपक खंडेलवाल समेत अन्य श्याम भक्तों का योगदान रहा।
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