Paytm मामलाः इजरायल की खुफिया एजेंसी से जुड़ा लिंक, पुलिस कर सकती है अहम खुलासा
पुलिस जरूरत पड़ने पर जेल में बंद कंपनी की वाइस प्रेसिडेंट और एमडी की निजी सचिव रही सोनिया, उनके पति रूपक और देवेंद्र को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी।
नोएडा, जेएनएन। पेटीएम संस्थापक और एमडी विजय शेखर से 20 करोड़ की रंगदारी मामले में कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस की जांच तेज हो गई है। पुलिस का कहना है कि पेटीएम कंपनी के प्रशासनिक विभाग में कार्यरत रहे देवेंद्र के घर से बरामद की गई हार्ड डिस्क और मोबाइल से जुड़े अन्य साक्ष्यों को फोरेंसिक जांच के लिए भेजा जा रहा है। इसकी रिपोर्ट मिलने के बाद ही साफ हो सकेगा कि हार्ड डिस्क में कंपनी के कौन से गोपनीय डाटा चोरी किए गए हैं? पुलिस जरूरत पड़ने पर जेल में बंद कंपनी की वाइस प्रेसिडेंट और एमडी की निजी सचिव रही सोनिया धवन, उनके पति रूपक जैन और देवेंद्र को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ के बाद अहम खुलासा हो सकता है।
वहीं, विजय शेखर से रंगदारी मांगने के फरार आरोपित रोहित चोमल को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम कोलकाता पहुंच गई है। इजरायल की खुफिया एजेंसी मोसाद की मदद से पेटीएम का गोपनीय डाटा चोरी होने का पर्दाफाश होने का दावा किया गया है। इसके बाद कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अजय शेखर की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज दर्ज कराई गई है।
चोरी की मोबाइल से रूपक से मांगी थी रंगदारी
पुलिस का दावा है कि रूपक जैन से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी चोरी की मोबाइल से मांगी गई थी। जांच में सामने आया है कि आरोपित ने चोरी की मोबाइल से कॉल की थी। जिस व्यक्ति का मोबाइल था, उससे पूछताछ की गई थी। उसका कहना था कि मोबाइल चोरी हो गया है और उसकी शिकायत भी पुलिस से की है। पुलिस का कहना है कि यह मामला पेटीएम के एमडी से रंगदारी मांगने के मामले से बिल्कुल अलग है।
पुलिस की कार्यशैली भी सवालों में
मंगलवार को पुलिस के आला अधिकारियों ने सोनिया धवन की तरफ से रंगदारी मांगने संबंधित किसी तरह की शिकायत मिलने की बात से साफ इनकार कर दिया था, लेकिन जब दी गई शिकायत की कॉपी सामने आई तो पुलिस दावा किया कि मामले में एनसीआर दर्ज है। नोएडा पुलिस का यह कारनामा पहली बार देखा गया है, जिसमें उसने पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगने और जान से मारने की धमकी दिए जाने जैसे संगीन मामले में एनसीआर दर्ज की है, जबकि एनसीआर मामूली मारपीट या झगड़े के मामले में दर्ज की जाती है।
सोनिया धवन से मिलने जेल पहुंचे परिजन
परिजन को सोनिया से 15 मिनट मिलने का मिला समय लुक्सर जेल में बंद सोनिया धवन से मिलने के लिए बुधवार को उसकी बहन रुपाली, जीजा पुनीत और वकील कंचन अबरोल पहुंचे। पुनीत का कहना है कि वे 11 बजे पहुंच गए थे, लेकिन तीन घंटे तक उन्हें इंतजार कराया गया। करीब दो बजे उन्हें मिलने के लिए 15 मिनट का समय दिया गया।
नींद आई नहीं, खाना भी नहीं खाया
पेटीएम के संस्थापक और एमडी विजय शेखर शर्मा से 20 करोड़ की रंगदारी मांगने के आरोप में जिला कारागार पहुंची वाइस प्रेसिडेंट सोनिया धवन, उनके पति रूपक जैन व सहकर्मी देवेंद्र कुमार को पूरी रात नींद नहीं आई। सोनिया धवन को महिला बैरक में और इनके पति रूपक जैन, सहकर्मी देवेंद्र कुमार को एक नंबर सर्किल में रखा गया है। मंगलवार को कारागार पहुंचे तीनों आरोपितों ने रात में ठीक से खाना भी नहीं खाया। तीनों आरोपितों की एक झलक पाने के लिए कारागार के बंदियों में बेचैनी देखी गई। सजायाफ्ता बंदी भी इन आरोपितों की एक झलक पाने के लिए गेट के इर्द-गिर्द के कामों में जुटे रहे। हालांकि, कारागार प्रशासन की मुस्तैदी के कारण किसी को भी इनके आसपास फटकने नहीं दिया गया।
इधर, महिला बैरक में पहुंची सोनिया धवन भी पहले से बंद महिला बंदियों के बीच सेलिब्रिटी बन गई। यहां बंद अधिकांश महिला बंदियों ने सोनिया धवन के कारागार में आने के कारणों के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश की। हालांकि, सोनिया ने किसी से बात नहीं की। कारागार की चारदीवारी के बीच कंबल व चादर में इनकी नींद पूरी नहीं हुई। कई महिला बंदी भी पूरी रात नहीं सोईं। सोनिया, इनके पति रूपक जैन व सहकर्मी देवेंद्र ने न तो ठीक से खाना खाया न ही सो पाए। बुधवार सुबह भी तीनों आरोपित बैरक से बाहर नहीं आए।
सोनिया के बहन और जीजा ने संभाली कमान
सोनिया धवन मूलरूप से बेंगलुरु की रहने वाली हैं। वहां उनकी बहन के साथ परिवार के अन्य सदस्य भी रहते हैं। उनके जेल जाने के बाद बहन और जीजा मंगलवार सुबह करीब पांच बजे नोएडा पहुंचे। पुनीत का कहना है कि वह जल्द ही सभी दस्तावेज के साथ कोर्ट में जमानत के लिए अर्जी दाखिल करेंगे।
सोनिया धवन को फर्जी आरोपों में फंसाने का दावा
जेल में सोनिया धवन से मिलने के बाद उसके जीजा पुनीत कुमार का दावा है कि उसे फर्जी तरीके से फंसाया जा रहा है। डाटा चोरी की सोनिया को कोई जानकारी नहीं है। रोहित चोमल को भी सोनिया और रूपक जैन नहीं जानते हैं, बल्कि वह खुद रंगदारी मांगने वाले व्यक्ति की तलाश कर रही थीं। लेकिन इससे पहले उन्हें पुलिस ने गिरफ्तार करके जेल भेज दिया। पुलिस की कार्रवाई भी संतोष जनक नहीं है।
उपभोक्ताओं का डाटा पूरी तरह सुरक्षित
पेटीएम ने साफ किया है कि उपभोक्ताओं का डाटा पूरी तरह सुरक्षित है। वह हाई सिक्योरिटी सिस्टम से प्रोटेक्ट होता है, जिसे कॉपी या चोरी नहीं किया जा सकता। सोनिया और उनके सहयोगियों के पास सिर्फ कंपनी और विजय का निजी डाटा हाथ लगा है।
यह है मामला
पेटीएम कंपनी के संस्थापक और एमडी विजय शेखर से रंगदारी मांगने का आरोप लगाते हुए उनके भाई और कंपनी के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अजय शेखर ने रविवार को सेक्टर 20 कोतवाली पुलिस को शिकायत दी थी। उन्होंने रंगदारी मांगने का आरोप कंपनी के वाइस प्रेसिडेंट सोनिया धवन, उनके पति रूपक जैन और कंपनी कर्मी देवेंद्र के साथ कोलकाता निवासी रोहित चोमल पर लगाया था। पुलिस ने सोमवार को सोनिया, रूपक और देवेंद्र को गिरफ्तार किया और मंगलवार को जेल भेज दिया है, जबकि रोहित चोमल अभी फरार है।
बरामद साध्यों को लैंब भेजाः एसएसपी
डॉ. अजय पाल शर्मा (एसएसपी, गौतमबुद्ध नगर) का कहना है कि पेटीएम कंपनी के एमडी से रंगदारी मांगने के मामले की जांच चल रही है। हार्ड डिस्क और मोबाइल से बरामद साक्ष्यों को परीक्षण के लिए लैब भेजा जाएगा। फरार आरोपित रोहित चोमल को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीम लगी हुई है। उसकी गिरफ्तारी होने पर कुछ और पर्दाफाश होने की उम्मीद है। सोनिया धवन के पति को चोरी की मोबाइल से रंगदारी की कॉल की गई थी। यह मामला अलग है और जांच की जा रही है।