बेटी को कंधे पर लेकर एम्स में भटकता रहा पिता, नहीं हो सका ऑपरेशन
हड़ताल के चलते सबसे अधिक दिक्कत दूसरे राज्यों से आए मरीजों व उनके तीमारदारों को हुई।
नई दिल्ली (हर्षित वर्मा)। अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) में दिन में रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल के कारण शनिवार को मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। हालांकि, शाम तक हड़ताल खत्म हो गई, लेकिन सबसे अधिक दिक्कत दूसरे राज्यों से आए मरीजों व उनके तीमारदारों को हुई। अपनी बेटी निशा का उपचार कराने उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले से आए जगत सिंह ने बताया कि वह शुक्रवार को भी एम्स आए थे।
न्यूरो सर्जरी विभाग में उनकी बेटी का ऑपरेशन होना था। लेकिन, शुक्रवार को हड़ताल के चलते डॉक्टरों ने ऑपरेशन करने से मना कर दिया। उन्हें लगा कि शनिवार को शायद डॉक्टर बेटी का ऑपरेशन कर देंगे, इसलिए वह रुक गए। लेकिन, शनिवार को भी ऑपरेशन नहीं हो सका।
उन्होंने बताया कि उनकी बेटी के पैरों की नसों में परेशानी है। इसलिए वह चल नहीं सकती है। ऐसे में वह बेटी को कंधे पर उठाकर पूरे दिन एम्स के परिसर में भटकते रहे। न्यूरो सर्जरी विभाग में पहुंचे तो वहां बताया गया कि हड़ताल के कारण ऑपरेशन नहीं हो पाएगा।
उन्होंने कहा कि बेटी को दिसंबर, 2017 में दिखाया था। डॉक्टर ने ऑपरेशन के लिए बोला था। इसके लिए उन्होंने 28 हजार रुपये जमा भी कराए हैं। बिहार के बेगूसराय से आए इनरदेव महतो ने बताया कि तीन माह पहले वह घर में फिसलकर गिर गए थे।
उनके गले की हड्डी में फ्रेक्चर हो गया था। 26 अप्रैल को उन्होंने एम्स में डॉक्टर को दिखाया था। डॉक्टर ने कुछ टेस्ट के लिए लिखा था। लेकिन, टेस्ट कराने के लिए शनिवार को जब वह एम्स पहुंचे तो पता चला कि यहां रेजिडेंट डॉक्टरों की हड़ताल है।