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राजधानी में इस जगह जानवरों के काम आ रही पराली, जानिए कैसे किया जा रहा इस्तेमाल

पराली पर बैठकर हिरण समेत अन्य पशु ले रहे गर्मी हीटर व गर्म हवा फेंकने वाले उपकरण भी लगाए गए। पराली के निस्तारण और जानवरों को ठंड से बचाने के लिए चिड़ियाघर प्रबंधन ऐसा कर रहा है। आसपास के राज्यों से पराली मंगाई गई है।

By Vinay Kumar TiwariEdited By: Published: Thu, 28 Oct 2021 03:24 PM (IST)Updated: Thu, 28 Oct 2021 03:24 PM (IST)
राजधानी में इस जगह जानवरों के काम आ रही पराली, जानिए कैसे किया जा रहा इस्तेमाल
चिड़ियाघर में हिरण के बाड़े में ठंड से बचाने के लिए बिछाई गई पराली- जागरण

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी में प्रदूषण की बड़ी वजह बनी पराली केवल प्रदूषण फैलाने के काम ही नहीं आती है। बल्कि चिड़ियाघर के जानवरों का सर्दी से बचाने के लिए बिछौना भी बनी हुई है। पराली के निस्तारण और जानवरों को ठंड से बचाने के लिए चिड़ियाघर प्रबंधन ऐसा कर रहा है। आसपास के राज्यों से पराली मंगाई गई है, जिसे हिरण, बारहसिंगा, बंदर, सांप समेत अन्य जानवरों के बाड़ों में बिछा दिया गया है।

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चिड़ियाघर की निदेशक डा. सोनाली घोष ने बताया कि पराली प्रदूषण के लिए एक बड़ी समस्या बनती जा रही है, जिसके चलते दिल्ली में पर्यावरण दूषित हो रहा है। ऐसे में लोगों को इसे जलाने से बचना चाहिए। इसका अन्य तरह से निस्तारण करना चाहिए। इससे खाद भी बनाई जा सकती है। वहीं, गांव देहात में लोग पहले जानवरों को ठंड से बचाने के लिए पराली का इस्तेमाल करते हैं। ठीक वैसे ही चिड़ियाघर प्रबंधन भी पहली बार जानवरों को ठंड से बचाने के लिए पराली का इस्तेमाल कर रहा है।

जानवरों के बाड़े में इसे बिछाया जा रहा है, जिस पर बैठकर ठंड से बच रहे हैं। साथ ही सफेद, काले व बारहसिंगा, हाथी, बंदर, सांप समेत अन्य जानवरों व पक्षियों के बाड़े में पराली बिछाने का काम तेजी से किया जा रहा है। इससे उन्हें सर्दी से बचने में बहुत मदद मिलेगी और सीधा मिट्टी के संपर्क में नहीं आ सकेंगे।


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