Delhi News: बिहार के आटो रिक्शा चालक के अंगदान से दिल्ली में चार लोगों को मिला जीवन
एम्स के अंग रिट्रेवाल बैंकिंग आर्गेनाइजेशन (ओरबीओ) के डाक्टरों और कोर्डिनटरों ने मृतक के परिवार को अंगदान के लिए प्रेरित किया। परिवार के सहमत होने पर कारू सिंह के हार्ट लिवर दोनों किडनी और कार्निया को निकाल लिया गया।
नई दिल्ली [राहुल चौहान]। एक 45 वर्षीय आटोरिक्शा चालक के ब्रेन डैड होने के बाद डाक्टरों की सलाह पर स्वजनों द्वारा किए गए अंगदान से चार लोगों को जीवन मिला है। डाक्टरों ने बताया कि कारू सिंह नाम के जिस व्यक्ति के एम्स में अंगदान किए गए वे पिछले सप्ताह बिहार से अपनी बेटी के शादी करने का पता लगाने के लिए दिल्ली आए थे। दिल्ली में वे अपने एक रिश्तेदार के यहां रुके और रात को छत पर सोए। रात में उठने पर दिखाई न देने पर वह छत से गिर गए।
एम्स ने घोषित किया ब्रेन डेड
शुक्रवार दोपहर एक बजे उन्हें एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया। बचाने की तमाम कोशिशों के बाद उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। शाम को डाक्टरों ने उन्हें ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इसके बाद एम्स के अंग रिट्रेवाल बैंकिंग आर्गेनाइजेशन (ओरबीओ) के डाक्टरों और कोर्डिनटरों ने मृतक के परिवार को अंगदान के लिए प्रेरित किया। परिवार के सहमत होने पर कारू सिंह के हार्ट, लिवर, दोनों किडनी और कार्निया को निकाल लिया गया।
लंबे समय के इंतजार के बाद मिला डोनर
इसके बाद उनके हार्ट को एक 40 वर्षीय महिला में लिवर को 62 वर्षीय पुरुष में, एक किडनी को एम्स में 56 वर्षीय महिला को और दूसरी किडनी को आरएमएल अस्पताल में 37 वर्षीय महिला में प्रत्यारोपित किया गया। जिससे इन चारों मरीजों को नया जीवन मिला। ये लंबे समय से अंगदान का इंतजार कर रहे थे। इसके साथ ही मृतक की कार्निया को एम्स के नेशनल आई बैंक में रखा गया है।
देश में मांग और उपलब्धता में है भारी अंतर
एम्स ओरबीओ की प्रमुख डा. आरती विज ने कहा कि देश में अंगों की मांग और उपलब्धता में भारी अंतर है। लेकिन ऐसी स्थिति में मृतकों के परिवारों द्वारा अपने सबसे कठिन क्षणों में भी ऐसे नेक फैसलों से समाप्त किया जा सकता है।