जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में बनेगा क्वारंटाइन सेंटर, दिल्ली सरकार ने जारी किए आदेश
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरु स्टेडियम को क्वारंटाइन हॉस्पीटल में तब्दील किया जाएगा। इसके लिए दिल्ली सरकार ने आदेश जारी कर दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। निजामुद्दीन में आयोजित तब्लीगी जमात में शामिल सैकड़ों लोगों के कोरोना संदिग्ध पाए जाने के बाद दक्षिणी-पूर्वी दिल्ली जिला प्रशासन ने जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम को क्वारंटाइन सेंटर के रूप में विकसित करने का फैसला किया है। यहां पर करीब 1500 लोगों को क्वारेंटाइन करने की सुविधा विकसित की जा सकती है।
इस बारे में डीएम हरलीन कौर ने आदेश जारी किया है। आदेश की कॉपी स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया को भी भेजी गई है। जिले के अधिकारियों ने सोमवार और मंगलवार को स्टेडियम का दौरा भी किया। हालांकि, जिले के एक अधिकारी ने बताया कि अभी जिले के अलग-अलग अस्पतालों में 300 बेड खाली हैं।
इनमें कॉरोना पीड़ितों के इलाज की पूरी सुविधा है। इसलिए निजामुद्दीन के संदिग्धों को जरूरत के अनुसार यहां भी रखा जा सकता है। मरकज में मौजूद लोगों की एक एक कर जांच की जा रही है। जरूरत के हिसाब से उन्हें शिफ्ट किया जा रहा है। गौरतलब है कि निजामुद्दीन में आयोजित तबलीगी जमात में शामिल लोगों के बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटिव पाया गया है।
पहाड़गंज बड़ा रेस्क्यू प्वाइंट
इधर, लॉकडाउन के दौरान दूसरे देश में फंसे नागरिकों को निकलवाने के मामले में भारत सरकार की सराहना वैश्विक स्तर पर हो रही है। इस बीच भारत में फंसे अपने देश के नागरिकों को निकलवाने को लेकर विभिन्न देशों के दूतावास भी सक्रिय हैं। इन देशों के दूतावास केंद्र सरकार व स्थानीय प्रशासन की मदद से उन्हें निकाल पहाड़गंज ला रहे हैं, जिनकी विशेष विमान से वतन वापसी करवाई जाएगी। ऐसे में नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के सामने स्थित पहाड़गंज बड़ा ‘रेस्क्यू प्वाइंट’ बन गया है।
होटलगंज के नाम से मशहूर पहाड़गंज में 2000 से अधिक बजट होटल व गेस्टहाउस हैं, जो पहले से ही विदेशी पर्यटकों के लिए पसंदीदा ठिकाना बने हुए हैं। अब लॉकडाउन में फंसे इन पर्यटकों के लिए यह ‘होम स्टे’ की तरह हो गया है। मौजूदा समय में भी विभिन्न देशों के 500 से अधिक नागरिक 200 से अधिक होटलों में होम स्टे कर रहे हैं और वतन वापसी का इंतजार कर रहे हैं।