Delhi Metro Feeder Bus Service: इलेक्ट्रिक एसी लो फ्लोर मेट्रो फीडर बसों का संचालन बंद, हजारों लोगों के लिए DMRC करे जल्द फैसला
Delhi Metro Feeder Bus Service दिल्ली परिवहन निगम की बसों में 50 फीसद क्षमता के आधार पर ही यात्रियों को बैठने की अनुमति दी जा रही है ऐसे में इलेक्ट्रिक एसी लो फ्लोर मेट्रो फीडर बसों का संचालन होना चाहिए।
नई दिल्ली, जागरण डिजिटल डेस्क। दिल्ली मेट्रो के डिपो में 25 इलेक्ट्रिक एसी लो फ्लोर मेट्रो फीडर बसों का करीब दो माह से खड़े रहना कतई उचित नहीं ठहराया जा सकता। मामला तब और भी गंभीर हो जाता है, जब यह सामने आता है कि दिल्ली मेट्रो रेल निगम (Delhi Metro Rail Corporation) द्वारा पूर्व में खरीदी गईं 174 फीडर बसों का भी परिचालन नहीं हो रहा है। यह इसलिए और भी अनुचित है कि कोरोना काल में शारीरिक दूरी के नियमों का पालन कराने के उद्देश्य से दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) की बसों में 50 फीसद क्षमता के आधार पर ही यात्रियों को बैठने की अनुमति दी जा रही है और बस स्टाप पर यात्रियों को बसों के इंतजार में परेशान होते आसानी से देखा जा सकता है।
मेट्रो यात्रियों को राहत की दरकार
बता दें कि नई खरीदी गईं इलेक्ट्रिक फीडर बसों के परिचालन के लिए रूट भी निर्धारित किए जा चुके हैं, ऐसे में इन सभी बसों को डिपो में खड़ा रखा जाना किसी सूरत में स्वीकार नहीं किया जा सकता। इन्हें यदि सड़क पर उतारा जाता तो विभिन्न रूटों पर बड़ी संख्या में लोगों को इससे राहत मिलती।
दिल्ली मेट्रो के फैसले पर उठ रहे सवाल
दिल्ली में लोगों को मेट्रो स्टेशनों तक लाने व ले जाने के लिए मेट्रो फीडर बसों की व्यवस्था है, लेकिन इन बसों की संख्या पर्याप्त न होने के कारण मेट्रो स्टेशनों तक पहुंचने व मेट्रो स्टेशनों से अपने घरों की ओर जाने के लिए लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अब कोरोना काल में फीडर बसों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया जाना समझ से परे है।
2 महीने बाद नहीं, जल्द शुरू हो बसों का परिचालन
दिल्ली मेट्रो रेल निगम प्रबंधन के अनुसार नई बसों का परिचालन एक-दो माह में शुरू किया जाएगा, लेकिन लोगों की मौजूदा परेशानी देखते हुए उसे नई व पुरानी सभी फीडर बसों का परिचालन तत्काल शुरू करना चाहिए, ताकि लोगों को राहत मिल सके। साथ ही, डीएमआरसी को अपनी फीडर बसों के ढांचे को और मजबूत करना चाहिए, ताकि मेट्रो स्टेशनों तक पहुंच की जिस समस्या का मेट्रो यात्रियों को सामना करना पड़ रहा है, उसे भी जल्द दूर किया जा सके।