ओपन बुक परीक्षा: अंतिम वर्ष के छात्रों की परीक्षा होनी है जरूरी : प्रो विनय गुप्ता
दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की तरफ दे जुलाई से सभी अंतिम वर्ष के छात्रों की ओपन बुक परीक्षा (ओबीई) को कराने के लिए फैसला लिया गया है।
नई दिल्ली (राहुल मानव)। दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) की तरफ सेे जुलाई से सभी अंतिम वर्ष के छात्रों की ओपन बुक परीक्षा (ओबीई) को कराने के लिए फैसला लिया गया है। इस पर डीयू शिक्षक संघ और डीयू छात्र संघ ने भी अपना विरोध जताया है। इसके साथ ही कई छात्रों ने जो दूरदराज जगहों पर अभी रह रह रहे हैं उन्होंने इंटरनेट कनेक्टिविटी को लेकर भी परीक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। इन सब के बीच डीयू के परीक्षा डीन प्रो विनय गुप्ता ने दैनिक जागरण संवाददाता से सोमवार को विशेष बातचीत की।
विनय गुप्ता ने कहा कि अंतिम वर्ष के छात्रों की इस तरह से परीक्षा कराना बहुत ही जरूरी है। जिससे वह आगे प्रमोट होकर आगे पीजी कोर्स में दाखिला ले सकें और अपने भविष्य को तय करा सकें। रेगुलर समेत स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के छात्रों और एनसिवेब कि छात्राओं के समेत दिव्यांग छात्रों के लिए परीक्षा को उचित व्यवस्था की गई है। इस परीक्षा को लेकर काफी विरोध भी हो रहा है और छात्रों समेत अन्य प्रतिनिधियों ने अपना मत भी हमारे समक्ष रखा है। हम उसे देख रहे हैं। दूरदराज के इलाकों में रह रहे छात्रों को इंटरनेट की दिक्कत न हो इसके लिए उचित व्यवस्था करते हुए इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के कॉमन सर्विस सेंटर दे साझेदारी भी की गई है। जिसके माध्यम से सभी छात्र , दिव्यांग छात्र मुफ्त में इस सेंटर की सुविधाओं का उपयोग करते हुए परीक्षा दे सकेंगे।
समस्याओं को लेकर बनाया हेल्प डेस्क
एक जुलाई से परीक्षा शुरू होगी। रेगुलर, स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (एसओएल) और नॉन कॉलेजिएट वूमेन एजुकेशन बोर्ड (एनसिवेब) के अंतिम वर्ष के छात्रों की यह परीक्षा होगी। इसकी अंतिम डेटशीट भी डीयू प्रशासन ने जारी कर दी है और उसे वेबसाइट में भी डाल दिया है। वहीं डीयू प्रशासन ने छात्रों के लिए हेल्पडेस्क भी तैयार किया है। जिसकी मदद से छात्र डीयू की वेबसाइट में जाकर अपनी परीक्षा को लेकर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।
परीक्षा को लेकर डीयू प्रशासन द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश
देश भर के राज्यों के दूरदराज क्षेत्रों में रहने वाले छात्रों को ओपन बुक एग्जाम (ओबीई) को लेकर तैयारी की गई। एक जुलाई से होने वाले ओबीई में छात्रों को किसी भी तरह की दिक्कतें ना हो, इसके लिए डीयू को इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय से सहयोग मिल रहा है। मंत्रालय के देश भर के गांव स्तर की ग्राम पंचायतों में मौजूद कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) से डीयू के छात्र अपने सेमेस्टर की परीक्षा के प्रश्न पत्र को डाऊनलोड करा सकेंगे और उसका प्रिंट करा सकेंगे।
इन बातों का रखना होगा ध्यान
- देश भर में दो लाख सीएससी मौजूद हैं। यह सुविधा छात्रों को मुफ्त में उपलब्ध होगी। इसकी जानकारी मंत्रालय की वेबसाइट एवं डीयू की वेबसाइट में भी मिलेगी। सीएससी में जाकर भी छात्र परीक्षा दे सकते हैं।
-परीक्षा की तिथि से एक हफ्ते पहले छात्रों का मॉक टेस्ट होगा। इससे छात्र ओबीई प्रणाली से अवगत हो सकेंगे।
- सभी कॉलेजों व विभागों ध्यान रखेंगे कि जिस भी छात्र को परीक्षा के निर्धारित पोर्टल से प्रश्न पत्र को डाऊनलोड करने में दिक्कत आ सकती है तो कॉलेज उन छात्रों को ईमेल के माध्यम से प्रश्न पत्र को भेजें।
- छात्र जब प्रश्न पत्र को लिख चुके होंगे तब उन्हें पोर्टल पर दी गई अंडरटेकिंग को क्लिक करना होगा। परीक्षा से जुड़ी किसी भी तरह के अनुचित साधन को रोकने के लिए ऐसा किया जाएगा।
- छात्रों को तीन घंंटे समय दिया जाएगा। दो घंंटे ए4 पेपर पर उत्तर लिखने के लिए और एक घंंटे ए4 पेपर पर लिखे उत्तर की स्कैन तस्वीर को पोर्टल पर उपलोड करने के लिए समय दिया जाएगा।
- दिव्यांग छात्रों के लिए परीक्षा देने के लिए पांच घंंटे का समय निर्धारित किया गया है। सभी कॉलेजों व विभागों को भी इन छात्रों से परीक्षा को लेकर बातचीत करने के लिए कहा गया है।