International Trade Fair में हुई इतने करोड़ की खरीददारी, 2022 में दर्शकों को मिलेगा एक घंटा और समय
IITF 2021 भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (आइटीपीओ) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एलसी गोयल ने कहा कि व्यापार मेले में एक हजार करोड़ रुपये की आर्थिक गतिविधि हुई है। उन्होंने कहा कि यह अर्थव्यवस्था के तेजी से वापस लौटने के शुभ संकेत हैं।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। राजधानी दिल्ली के प्रगति मैदान में 40वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का समापन शनिवार को हो गया। भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (आइटीपीओ) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एलसी गोयल ने कहा कि व्यापार मेले में एक हजार करोड़ रुपये की आर्थिक गतिविधि हुई है। उन्होंने कहा कि यह अर्थव्यवस्था के तेजी से वापस लौटने के शुभ संकेत हैं। आंगतुकों ने कोरोना दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए उत्सुकता से इस मेले में भाग लिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2022 का व्यापार मेला इससे भी बड़े स्तर पर होगा।
अब एक घंटा अतिरिक्त मिलेगा समय
आने वाले अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में दर्शकों के प्रवेश के लिए शाम का समय साढ़े सात से बढ़कर साढ़े आठ बजे होगा। केंद्रीय मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने भारतीय व्यापार संवर्धन परिषद (आइटीपीओ) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एलसी गोयल के सामने यह प्रस्ताव रखा था। नकवी ने कहा कि बहुत सारे लोग दफ्तर की छुट्टी के बाद मेला घुमने आना चाहते हैं। इसलिए अब जो मेले का आयोजन हो उसका समय शाम को साढ़े सात बजे से लेकर नौ बजे कर दिया जाए। नकवी के प्रस्ताव को गोयल ने स्वीकार करते हुए इसे साढ़े आठ बजे करने ऐलान कर दिया।
व्यापार मेले में 14 दिन में दर्ज हुए 13 मामले
प्रगति मैदान में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर (व्यापार मेला) में इस बार बहुत ही कम आपराधिक वारदात हुई हैं। इसका एक बड़ा कारण ट्रेड फेयर का क्षेत्र कम होना भी बताया जा रहा है। इस वजह से पुलिस की अधिकता रही और सभी पवेलियन व खुले स्थानों पर पुलिस अधिक सतर्क रही। पुलिस ने भी खास रणनीति तैयार कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। सीसीटीवी कैमरों के जरिये लगातार संदिग्धों पर नजर भी रखी गई।
व्यापार मेले के डीसीपी सुधांशु धामा ने बताया कि व्यापार मेले में पिछले वर्ष के मुकाबले आपराधिक घटनाओं का ग्राफ गिरा है। 27नवंबर तक मेले में सिर्फ 13 ई-एफआइआर दर्ज की गई थीं, जो वर्ष 2019 में आयोजित मेले में हुई आपराधिक वारदात से काफी कम है। इस वर्ष सिर्फ चोरी के मामलों की एफआइआर दर्ज हुई हैं।
अधिकारी के मुताबिक मेले के दौरान कोई भी बड़ी आपराधिक वारदात का मामला सामने नहीं आया है। अधिकारियों का कहना है कि मेले में पुलिस की सक्रियता के कारण इस बार अपराध में कमी आई है। पुलिस लगभग हर पवेलियन में मौजूद थी। प्रवेश और निकास द्वार से लेकर फूड कोर्ट व खुले क्षेत्र में भी पुलिस की मौजूदगी बनी रही। मेले में आने वाले संदिग्ध लोगों के खिलाफ इस वर्ष अलग रणनीति के तहत कार्य किया गया, जिससे आपराधिक मामलों में कमी आई है।