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Delhi Market: वर्चुअल मार्केट में तब्दील होंगे पुरानी दिल्ली के बाजार

सदर बाजार खारी बावली चांदनी चौक व नया बाजार जैसे पुरानी दिल्ली के सैकड़ों साल पुराने कई थोक बाजार खुद का ई-कॉमर्स प्लेटफार्म लाने की दिशा में गंभीरता से काम कर रहे हैं।

By JP YadavEdited By: Published: Thu, 13 Aug 2020 09:18 AM (IST)Updated: Thu, 13 Aug 2020 09:29 AM (IST)
Delhi Market: वर्चुअल मार्केट में तब्दील होंगे पुरानी दिल्ली के बाजार
Delhi Market: वर्चुअल मार्केट में तब्दील होंगे पुरानी दिल्ली के बाजार

नई दिल्ली [नेमिष हेमंत]। पुरानी दिल्ली के ज्वेलरी के प्रसिद्ध बाजार कूचा महाजनी के कई दिग्गज ज्वेलर्स 18 से 20 अगस्त तक चलने वाले वैश्विक वर्चुअल ज्वेलरी प्रदर्शनी में भाग लेंगे, जिसमें देश-विदेश के सैकड़ों अन्य ज्वेलर्स भाग लेने वाले हैं। लॉकडाउन के बाद कोरोना काल में कारोबार को फिर से गति देने की कोशिश कर रहे इस बाजार के प्रधान योगेश सिंघल जैसे अन्य ज्वेलर्स को यह कारोबार की नई संभावनाओं वाली जगह लगती है, जहां संक्रमण के डर के बिना खरीद-बिक्री हो सकेगी और व्यापार परवान चढ़ सकेगा। यहीं नहीं, वे कूचा महाजनी से ही वैश्विक पहुंच बना सकते हैं। इनके बीच सदर बाजार, खारी बावली, चांदनी चौक व नया बाजार जैसे पुरानी दिल्ली के सैकड़ों साल पुराने कई थोक बाजार खुद का ई-कॉमर्स प्लेटफार्म लाने की दिशा में गंभीरता से काम कर रहे हैं।

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बता दें कि हजारों करोड़ रुपये के सालाना कारोबार वाले इन बाजारों के दुकानदारों को कोरोना काल ने गहरा झटका दिया है। ऐसे में ये व्यापार के नए माध्यम अपनाने की ओर आगे बढ़ रहे हैं, ताकि वे अपने ग्राहकों तक सीधी पहुंच बना सकें, जो फिलहाल कोरोना संक्रमण की आशंका को देखते हुए बाजार आने से परहेज कर रहे हैं। इसको लेकर भारतीय उद्योग व्यापार मंडल (बीयूवीएम) दिल्ली के शीर्ष पदाधिकारियों की बैठक बृहस्पतिवार को होगी, जिसमें इसकी कार्य योजना पर विस्तृत चर्चा की जाएगी। एक तैयार ई-कॉमर्स प्लेटफार्म की प्रस्तुति भी देखी जाएगी।

बीयूवीएम दिल्ली के महामंत्री राकेश यादव ने कहा कि आने वाले समय में यह करना ही होगा, जिस तरह से राष्ट्रीय-बहुराष्ट्रीय ई-कॉमर्स कंपनियों से दिन-प्रतिदिन चुनौतियां मिल रही हैं। इसी तरह खरीदारी का तौर-तरीका बदल रहा है। उसमें यह जरूरी है कि हम भी बेचने का तरीका बदलें, वरना हमारी आने वाली पीढि़यों के लिए व्यापार दिलचस्पी का सौदा नहीं रह जाएगा। उन्होंने कहा कि इसे काफी पहले कर लेना चाहिए था। अगर ऐसा होता तो इस दौर में अपने ग्राहकों से आसानी से जुड़े होते और कारोबार इतना प्रभावित न होता, जितना चार माह की बंदी तथा अभी हो रहा है। सदर बाजार में अकेले 40 हजार से ज्यादा कारोबारी प्रतिष्ठान हैं।

इसी तरह चांदनी चौक में यह संख्या भी 50 हजार से अधिक है। राकेश यादव कहते हैं कि पुरानी दिल्ली के सभी दुकानदारों व सामान का विवरण एक ही ऑनलाइन प्लेटफार्म पर लाना संभव नहीं होगा। इसलिए 'वर्चुअल सदर बाजार', 'वर्चुअल चांदनी चौक' की तरह बाजारों के अलग-अलग ई-कॉमर्स प्लेटफार्म लाने होंगे। भागीरथ पैलेस इलेक्टि्रकल बाजार के प्रधान भारत आहूजा ने इसे अच्छी पहल बताते हुए कहा कि कोरोना काल ने कई सबक दिए हैं और कामकाज के तरीके में कई बदलाव लाए हैं। हम परंपरागत तरीके से ऑनलाइन की तरफ बढ़ रहे हैं।


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