राजधानी में ओखी तूफान का असर, दिल्ली में नमी का स्तर बढ़ा
ओखी की वजह से ही दिल्ली में बादल भी छाए हुए हैं, ऐसे में प्रदूषण दिल्ली में जम चुका है, जिसे अब अच्छी बारिश ही साफ कर सकती है।
नई दिल्ली [ जेएनएन ] । ओखी तूफान से राजधानी दिल्ली भी अछूती नहीं है। इस तुफान ने दिल्ली में वायु प्रदूषण में इजाफा किया है। इससे दिल्ली में नमी का स्तर बढ़ गया है और इसमें प्रदूषक तत्व जमते जा रहे हैं।
ओखी की वजह से ही दिल्ली में बादल भी छाए हुए हैं, ऐसे में प्रदूषण दिल्ली में जम चुका है, जिसे अब अच्छी बारिश ही साफ कर सकती है। इस तरह के प्रदूषण को साफ होने के लिए हवाओं को 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ़्तार से चलना होगा।
सीपीसीबी के अपर निदेशक डॉ. डी साहा के अनुसार शाम करीब 5.55 बजे मिक्सिंग हाइट महज 100 मीटर रह गई। हवाओं की गति महज 1.4 मीटर प्रति सेकंड रही। यही वजह है कि स्मॉग छट नहीं रहा है।
स्थिति यह हो गई है कि जिस स्तर का प्रदूषण फिलहाल दिल्ली में है, उससे हल्की बूंदाबांदी कोई राहत नहीं दिलवा पाएगी। बुधवार को होने वाली बूंदाबांदी के बावजूद प्रदूषण से बहुत अधिक राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
सफर इंडिया के अनुसार बुधवार को प्रदूषण के स्तर में मामूली वृद्धि होने के आसार हैं। ऐसे में अब दिल्ली वालों को साफ हवा के लिए 12 दिसंबर तक का इंतजार करना होगा।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार दिल्ली के एयर क्वालिटी इंडेक्स में मंगलवार को मामूली गिरावट रही, लेकिन इसका असर लोगों को महसूस नहीं हुआ। मंगलवार को एयर इंडेक्स 378 रहा, जबकि सोमवार को यह 390 दर्ज किया गया था।
कई जगहों पर पीएम 2.5 का स्तर अब भी 6 गुना से अधिक है। स्थिति यह रही कि सुबह से शाम तक प्रदूषण के स्तर में महज 20 से 25 फीसद की गिरावट ही दर्ज हो सकी।
स्काईमेट वेदर के मुख्य मौसम विज्ञानी डॉ. महेश पलावत के अनुसार बुधवार को दिल्ली में काफी हल्की बूंदाबांदी की स्थिति बनी हुई है, लेकिन इसका प्रदूषण पर कोई असर नहीं होगा। सात दिसंबर से हवा की गति मामूली रूप से बढ़ेगी जिसके बाद लोगों को हल्की सी राहत जरूर मिलेगी लेकिन 9 व 10 दिसंबर को पश्चिमी विक्षोभ के असर से प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ जाएगा।
इसके बाद 11 व 12 को दिल्ली समेत पंजाब, राजस्थान आदि में अच्छी बारिश होगी। ऐसे में लोगों को प्रदूषण से राहत 11 दिसंबर के बाद ही मिलेगी।
फिलहाल दिल्ली वासियों को जिस घुटन का एहसास हो रहा है, उसे ओखी तूफान से जोड़कर भी देखा जा रहा है। बताया जा रहा है कि ओखी के असर की वजह से दिल्ली में हिमालय की तरफ से आ रही सूखी हवाएं कम हुई है और महाराष्ट्र की तरफ से आ रही हवाओं की वजह से नमी का स्तर काफी बढ़ गया है।