राहुल की सदस्यता रद्द होने पर NSUI आग बबूला, दिल्ली में विरोध प्रदर्शन; प्लेकार्ड पर लिखा- लोकतंत्र की अर्थी
राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता रद्द होने पर NSUI ने गुरुवार को सेंट्रल दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया है। एनएसयूआई के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी भी की। कार्यकर्ताओं ने प्लेकार्ड पर लोकतंत्र की अर्थी लिखकर राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने का विरोध किया।
नई दिल्ली, पीटीआई। राहुल गांधी की लोकसभा से सदस्यता रद्द होने पर NSUI ने गुरुवार को सेंट्रल दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया है। एनएसयूआई के सदस्यों ने जमकर नारेबाजी भी की। कार्यकर्ताओं ने प्लेकार्ड पर ''लोकतंत्र की अर्थी'' लिखकर राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने का विरोध किया।
इस विरोध प्रदर्शन को लेकर दिल्ली एनएसयूआई के अध्यक्ष कुणाल सहरावत ने कहा, ‘आज हमने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर ‘शव यात्रा’ का आयोजन किया है। भाजपा शासित केंद्र उन लोगों को खत्म करने की कोशिश कर रहा है, जो उनके खिलाफ आवाज उठा रहे हैं।'
गुजरात की अदालत ने ठहराया था दोषी
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को पिछले सप्ताह गुजरात की एक अदालत ने आपराधिक मानहानि मामले में दोषी ठहराया था, इसके बाद ही राहुल गांधी की सदस्यता रद्द कर दी गई थी। इस फैसले के खिलाफ देशभर के कांग्रेस कार्यकर्ताओं में रोष है। कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पूरे देश में कई जगहों पर विरोध प्रदर्शन किया है। राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर विपक्ष की कई पार्टियों ने विरोध जताया है।
सदस्यता रद्द होने पर राहुल गांधी ने क्या कहा था?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अयोग्य घोषित होने के बाद पार्टी मुख्यालय में एक प्रेस कान्फ्रेंस को भी संबोधित किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि कहा, ''मैं पहले भी कई बार कह चुका हूं कि देश में लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। इसके उदाहरण हम आए दिन देख रहे हैं। मैंने संसद में पीएम मोदी और अदाणी के रिश्तों को लेकर सवाल पूछा, लेकिन मुझे बोलने नहीं दिया गया।''
साथ ही राहुल गांधी ने कहा, ''मैंने कई बार बोला है कि हिन्दुस्तान में लोकतंत्र पर आक्रमण हो रहा है। इसके हमें रोज नए-नए उदाहरण मिल रहे हैं। मैंने संसद में सबूत दिए, अदाणी और PM मोदी के रिश्ते के बारे में बोला। अदाणी को नियमों में बदलाव करके एयरपोर्ट दिए गए, इस पर मैंने संसद में बात की। मैंने अदाणी पर केवल एक सवाल पूछा था। मैं सवाल पूछना जारी रखूंगा और भारत में लोकतंत्र के लिए लड़ूंगा।''