अब रेल कर्मचारियों ने भी उठाई खुद के लिए वैक्सीनेशन की मांग, बोले हम भी कोरोना वारियर, संकट में चला रहे ट्रेन
45 वर्ष से कम उम्र के कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता सता रही है। संगठनों का कहना है कि रेल कर्मचारी इस संकट के दौर में भी यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने में लगे हुए हैं।
नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। टीकाकरण की समस्या से रेलकर्मी भी जूझ रहे हैं। 45 वर्ष से कम उम्र के कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। उन्हें अपनी व अपने परिवार की सुरक्षा की चिंता सता रही है। कर्मचारी संगठनों का कहना है कि रेल कर्मचारी इस संकट के दौर में भी यात्रियों को सुरक्षित गंतव्य तक पहुंचाने और जरूरी सामान की ढुलाई में लगे हुए हैं। ड्यूटी के दौरान इनके संक्रमित होने का खतरा है, इसलिए इन्हें कोरोना वारियर्स की तरह टीकाकरण में प्राथमिकता मिलनी चाहिए।
आल इंडिया रेलवेमैन फेडरेशन के महासचिव शिव गोपाल मिश्रा का कहना है कि सभी रेल कर्मियों व उनके परिवार का टीकाकरण जरूरी है, इसके लिए रेल प्रशासन राज्य सरकारों से संपर्क में है। उन्होंने आरोप लगाया कि अधिकांश राज्य सरकारें रेल कर्मचारियों के जल्द टीकाकरण को लेकर गंभीर नहीं हैं। उनका सहयोग नहीं मिल रहा है जिस वजह से अधिकांश कर्मचारी बिना टीकाकरण के असुरक्षित माहौल में काम कर रहे हैं। काफी संख्या में कर्मचारी संक्रमित हो रहे हैं। कई लोगों की जान चली गई है। इसे ध्यान में रखते हुए उन्होंने रेल मंत्री पायूष गोयल से राज्य सरकारों से बात करके यह समस्या हल कराने या फिर अपने स्तर पर टीका खरीदकर सभी कर्मचारियों व उनके परिजनों को सुरक्षा कवच पहनाने की मांग की।
नेशनल फेडरेशन आफ इंडियन रेलवे मैन (एनएफआइआर) के महासचिव डा. एम राघवैय्या ने भी सभी रेल कर्मियों व उनके परिजनों को को शीघ्र टीका लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि एनएफआइआर ने पिछले दिनों कर्मचारियों के टीकाकरण के लिए सेंट्रल स्टाफ बेनिफिट फंड की राशि का उपयोग करने की मांग की थी। उन्होंने कहा कि रेलवे बोर्ड ने मांग मान ली है। अब इस फंड का उपयोग अस्पतालों में बुनियादी ढांचा मजबूत करने और टीकाकरण में करने को कहा गया है।