दिल्ली के विकास के लिए किसी के भी पैर पकड़ने को तैयार : केजरीवाल
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में यातायात की स्थिति को काफी हद तक सुधारा जा सकता है। यहां सड़कें चौड़ी हैं लेकिन कई जगहों पर बॉटलनेक है यह जाम की समस्या का बड़ा कारण है।
नई दिल्ली, जेएनएन। केंद्र की मोदी सरकार से तल्ख रिश्तों के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह दिल्ली के विकास के लिए किसी के भी पैर पकड़ने को तैयार हैं। इसके साथ ही उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी में यातायात की समस्या से निपटने के लिए सड़कों की डिजाइन में बदलाव करने की बात कही।
दिल्ली में सुधर सकती है यातायात की स्थिति
केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में यातायात की स्थिति को काफी हद तक सुधारा जा सकता है। यहां सड़कें चौड़ी हैं, लेकिन कई जगहों पर बॉटलनेक है, यह जाम की समस्या का बड़ा कारण है। चार लेन की सड़क कुछ दूरी पर जाकर तीन लेन में और आगे फिर छह लेन में बदल जाती है। यही वजह है कि सड़कों को नया स्वरूप देने की जरूरत है।
दिल्ली की सोच विषय पर परिचर्चा
वह एनडीएमसी कंवेंशन सेंटर में भारतीय वाणिज्य एवं उद्योग मंडल (एसोचैम) द्वारा आयोजित 'दिल्ली की सोच' विषय पर आयोजित परिचर्चा में हिस्सा ले रहे थे। इसमें एसोचैम के साथ ही सिविक एजेंसी, राजनीतिक दल व आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी भी शामिल थे।
समस्या का कारण बहुत अधिक एजेंसियां
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में समस्या बहुत अधिक एजेंसियों की मौजूदगी से है। यहां दिल्ली विकास प्राधिकरण व नगर निगम जैसी एजेंसियां हैं। जिनसे जुड़ी समस्याओं के कारण दिल्ली वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में इन समस्याओं से निजात के साथ दिल्ली को स्वच्छ, हरा-भरा व अंतरराष्ट्रीय स्तर का शहर बनाने के लिए वह किसी का भी पैर पकड़ने को तैयार हैं।
जरूरी प्रकियाओं में बीते चार साल
उन्होंने कहा कि हमने पहले नौ प्रमुख सड़कों को नया स्वरूप देने की योजना बनाई थी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय सलाहकारों को नियुक्त करने और जरूरी प्रक्रियाओं से गुजरने में चार साल लग गए। अब यह काम पूरा हो गया है और जल्द ही पूरी योजना की घोषणा करेंगे। उन्होंने सरकार की कई योजनाओं की उपलब्धियों को साझा किया। आगे की योजना की जानकारी भी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम एक चरणबद्ध योजना पर भी काम कर रहे हैं, जिससे अगले पांच साल में दिल्ली में चौबीस घंटे पानी की आपूर्ति होगी। हमने बिजली के लिए पहले ही तय लक्ष्य हासिल कर लिया है और अब केवल कुछ ट्रांसफार्मर को बदलने की जरूरत है। इस अवसर पर दिल्ली विधानसभा में विपक्ष के नेता विजेंद्र गुप्ता, नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) की सचिव रश्मि ¨सह, यूनाइटेड रेजिडेंट ज्वाइंट एक्शन ऑफ दिल्ली (ऊर्जा) के अध्यक्ष अतुल गोयल, एसोचैम के चेयरमैन (उत्तर) डॉ. ललित खेतान ने विचार रखे।
परिवहन के क्षेत्र निजी बसों को लाने की तैयारी मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार परिवहन क्षेत्र में निजी कंपनियों को लाने की तैयारी की जा रही है। पंद्रह दिन के अंदर योजना की घोषणा हो जाएगी। हम 3,000-4,000 निजी बसों को सार्वजनिक परिवहन के रूप में इस्तेमाल के लिए लगाएंगे। यदि हम अच्छी बसें मुहैया कराएंगे तो लोग निजी कारों की तुलना में उन्हें चुनेंगे। बसों की लोकेशन को ट्रैस करने के लिए मोबाइल एप भी होगा।
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