Nirbhaya Case: डेथ वारंट जारी होने के बाद दोषियों के चेहरे पर छाया मौत का खौफ
2012 Delhi Nirbhaya Case डेथ वारंट जारी होते ही तिहाड़ में बंद निर्भया के चारों दोषियों के व्यवहार में अचानक तब्दीली आने लगी है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता।2012 Delhi Nirbhaya Case: डेथ वारंट जारी होते ही तिहाड़ में बंद निर्भया के चारों दोषियों के व्यवहार में अचानक तब्दीली आने लगी है। जेल सूत्रों का कहना है कि पहले की तुलना में अब वे आक्रामक व्यवहार करने लगे हैं। उन्हें मामूली बात पर भी गुस्सा आ रहा है और पहले की तुलना में कम बात करते हैं।
जेल अधिकारियों का कहना है कि उनके व्यवहार पर नजर रखी जा रही है। कहीं ऐसा न हो कि आक्रामक व्यवहार के बीच वे खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश करें, इसे ध्यान में रख सीसीटीवी फुटेज पर एक कर्मचारी हमेशा नजर रख रहा है।
जेल में रखी जा रही दोषियों पर नजर
जेल सूत्रों का कहना है जिस सेल में इन्हें रखा गया है, उस सेल के गलियारे में जेल प्रशासन सबसे काबिल सुरक्षाकर्मी को तैनात कर रहा है। जेल प्रशासन यह नहीं चाहता है कि डेथ वारंट जारी होने के बाद इन्हें एकाएक ऐसा नहीं लगे कि इनके साथ प्रशासन का व्यवहार बदल गया है।
ऐसे में मौका मिलने पर अधिकारी इनसे समय समय पर बातचीत करते हैं। इनके आसपास के माहौल को सामान्य बनाने की कोशिश भी की जा रही है। जेल परिसर में डेथ वारंट जारी होने के बाद कैदियों में फांसी से जुड़ी चर्चा खूब हो रही है। इस बात को देखते हुए आशंका है कि कोई कैदी इन्हें फांसी के नाम पर डरा सकता है, जिससे ये अवसाद में जा सकते हैं। ऐसे में संभावना यह भी है कि ये अचानक कहीं खाना न छोड़ दें या कम कर दें।
पवन जल्लाद की जेल में उपस्थिति अनिवार्य कर दी गई
बता दें कि अभी हाल में ही दिल्ली की एक अदालत ने चारों दोषियों के खिलाफ डेथ वारंट जारी किया है। फांसी की तारीख मुकर्रर होने के बाद अब सबकी निगाह 22 जनवरी पर लगी है। जानकारी के अनुसार, बुधवार को जेल में बुलाकर पवन जल्लाद को फांसी की बारीकियां बताई गईं। 15 जनवरी तक रोजाना जेल में उसकी उपस्थिति भी अनिवार्य कर दी गई है।
15 जनवरी से होगा रिहर्सल
बता दें कि 22 जनवरी को सुबह सात बजे निर्भया केस के चारो दोषियों को फांसी दी जानी है। ऐसे में 15 जनवरी को दिल्ली सरकार पवन को रिहर्सल के लिए बुला सकती है। दरअसल, पवन के अलावा कुछ अन्य जल्लाद भी तैयार किए गए हैं। देखना यह है कि पवन को रिजर्व में रखा जाएगा या वही चारों को फांसी देगा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक बीडी पांडेय ने बताया कि पवन जल्लाद को पूरी जानकारी है फिर भी रिहर्सल जरूरी है।