निर्भया केस: दोषी पवन का पुलिसवालों पर सनसनीखेज आरोप, कहा- मुझे बहुत मारा गया
निर्भया केस में दोषी विनय शर्मा के बाद अब एक बार फिर पवन ने कोर्ट का रुख किया है। उसने पुलिस वालों पर बुरी तरह मारपीट करने का आरोप लगाते हुए कोर्ट का रुख किया है।
नई दिल्ली, एएनआइ। फांसी की तारीख नजदीक आते-आते अब चारों दोषी बचैन और परेशान हो रहे हैं। इससे बचने का कोई-ना-कोई उपाय तलाश रहे हैं। इस बार निर्भया केस में दोषी पवन ने एक बार फिर कोर्ट का रुख किया है। इस बार उसने पुलिसवालों पर सनसनीखेज आरोप लगाया है। उसने पुलिसवालों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि इन्होंने मुझे बेरहमी से मारा है जिसके कारण मुझे सिर में कई गंभीर चोट लगी। उसने कोर्ट से इन दोषी पुलिसवालों के खिलाफ केस दर्ज करने की गुहार लगाई है। यह दोनों पुलिसवाले मंडोली जेल में तैनात हैं। इस याचिका पर कोर्ट ने जेल प्रशासन को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। इस मामले में अगली सुनवाई अब 12 मार्च को होगी।
बता दें कि निर्भया के चारों दोषियों को आज से ठीक आठ दिनों के बाद फांसी देने का समय कोर्ट ने तय कर रखा है। इन सभी दोषियों ने 20 मार्च को सुबह 5:30 बजे फांसी देने का कोर्ट ने आर्डर जारी किया है। इस कारण फांसी की तारीख नजदीक आते ही अब दोषी इससे बचने का रास्ता तलाश रहे हैं। इससे पहले निर्भया के चार दोषियों में एक विनय शर्मा ने दिल्ली के उपराज्यपाल के पास एक याचिका देते हुए अपनी सजा-ए-मौत को उम्रकैद में बदलने की गुहार लगाई है।
इधर, बता दें कि सभी दोषियों ने (पवन कुमार गुप्ता, विनय कुमार शर्मा, मुकेश सिंह और अक्षय कुमार) अपने सभी कानूनी विकल्पों का इस्तेमाल कर लिया है। कोर्ट में दायर करने वाली क्यूरेटिव याचिका से लेकर राष्ट्रपति के पास दायर करने वाली दया याचिका का इस्तेमाल कर लिया है। ऐसे में अब इनमें से किसी के पास भी कोई विकल्प नहीं बचा है।
यह है पूरा मामला
दिल्ली के वसंत विहार इलाके में 16 दिसंबर, 2012 को पैरामेडिकल की एक छात्रा (निर्भया- काल्पिनक नाम) के साथ चलती बस में दरिंदगी हुई। इसमें राम सिंह, एक नाबालिग, विनय, पवन, मुकेश और अक्षय ने निर्भया को इस कदर दरिंदगी की जिससे वह मौत के मुंह में जा पहुंची। इसके बाद इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद पूरे देश में लोगों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया। हर जगह महिला सुरक्षा की बात होने लगी। सरकार पर गंभीरता से इस मुद्दे को नहीं लेने का आरोप लगा। इसके बाद कोर्ट ने सभी को फांसी की सजा सुनाई। तिहाड़ जेल में वर्ष 2013 में आरोपित राम सिंह ने आत्महत्या कर ली थी।