250 CCTV फुटेज, 150 नंबर एवं 50 आईएमईआई को खंगालने के बाद पुलिस को मिला बदमाशों का सुराग
पुलिस टीम ने पीतमपुरा स्थित घटना स्थल से लेकर बदमाशों के भागने की दिशा में करीब ढ़ाई सौ सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो किराड़ी इलाके में वारदात में शामिल दोनों बाइक के नंबर मिल गए। पुलिस की टीम ने इस मामले में जांच की।
नई दिल्ली, संजय सलिल। उत्तर पश्चिम जिला पुलिस ने मौर्या एन्क्लेव में पांच जुलाई को चावल कारोबारी के फर्म में हुई 42 लाख की लूट में नौ बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने इनके पास से लूट के 30 लाख रुपये भी बरामद कर लिए हैं। बदमाशों ने चावल का सैंपल देखने के बहाने फर्म में मौजूद कर्मियों को पिस्टल व चाकू के बल पर बंधक बनाकर वारदात को अंजाम दिया था। पुलिस करीब ढाई सौ सीसीटीवी फुटेज, डेढ़ सौ फोन नम्बर एवं 50 आईएमईआई नंबरों को खंगालने के बाद बदमाशों का सुराग का सुराग पाने में कामयाब हुई।
करीब ढाई सौ सीसीटीवी फुटेज देखने के बाद पुलिस को मिला सुराग
डीसीपी उषा रंगनानी ने बताया कि बदमाशों को दबोचने के लिए स्पेशल स्टाफ प्रभारी इंस्पेक्टर अमित कुमार व एसएचओ मुकेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस की टीम बनाई गई। पुलिस टीम ने पीतमपुरा स्थित घटना स्थल से लेकर बदमाशों के भागने की दिशा में करीब ढ़ाई सौ सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो किराड़ी इलाके में वारदात में शामिल दोनों बाइक के नंबर मिल गए। ऐसे में पहले बाइक के मालिक विकास व सुमित को गिरफ्तार कर लिया। दोनों ने बताया कि 50-50 हजार रुपये के बदले वारदात के लिए बाइक दी थी।
जांच में डेढ़ सौ मोबाइल को खंगाली पुलिस
उन्होंने उनसे पूछताछ में वारदात में शामिल रजत, संतोष, दीपक, परवेज, समीर, जफर व राकेश के बारे में जानकारी मिली। पुलिस को बदमाशों के फोन नंबर व उनके फेसबुक, इंस्टाग्राम आदि की आइडी भी मिल गई। इसके आधार पर पुलिस ने करीब डेढ़ सौ मोबाइल नंबरों को खंगालना शुरू किया। जिन नंबर पर आरोपित वारदात से पूर्व बात किया करते थे। इसी क्रम में पुलिस को जफर का मोबाइल नंबर मिल गया। वह सभी आरोपियों के स्वजन से संपर्क में था। ऐसे में पुलिस ने उसे व उसके दोस्त राकेश को दबोच लिया। फिर उनकी निशानदेही पर नांगलोई में होटल में ठहरे अन्य पांच आरोपित को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में पता चला कि जफर और राकेश ने ही उन्हें रुपये होने की मुखबिरी की थी।