Delhi Durga Puja 2020: पहली बार मंदिर परिसर में होगा मूर्ति विसर्जन
समिति ने फैसला लिया है कि कोरोना संक्रमण के चलते इस साल मूर्ति को यमुना में विसर्जित नहीं किया जाएगा। पहली बार मंदिर में ही मूर्ति विर्सजन करने की तैयारियां की जा रही हैं जिसके लिए एक तालाब भी तैयार कराया जा रहा है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। कोरोना संक्रमण और दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से देरी से मिली अनुमति के चलते राजधानी में होने वाले दुर्गा पूजा के आयोजन रद हो गए हैं। हालांकि, कुछ समितियों ने पूजा करने का फैसला लिया है। वहीं, कालीबाड़ी मंदिर में दुर्गा पूजा का आयोजन हर साल की तरह ही किया जाएगा, जिसकी तैयारियां तेजी से चल रही हैं। मंदिर में पंडाल और मां दुर्गा की मूर्ति बनकर तैयार हो चुकी है।
समिति ने फैसला लिया है कि कोरोना संक्रमण के चलते इस साल मूर्ति को यमुना में विसर्जित नहीं किया जाएगा। पहली बार मंदिर में ही मूर्ति विर्सजन करने की तैयारियां की जा रही हैं, जिसके लिए एक तालाब भी तैयार कराया जा रहा है। मुख्य आयोजक स्वपन गांगुली ने बताया कि प्रदूषण नियंत्रण विभाग के दिशानिर्देशों को ध्यान में रखकर इस बार मूर्ति तैयार कराई जा रही है, जो पूरी तरह से इको फ्रेंडली है। वहीं, कोरोना संक्रमण के चलते इस साल विभाग ने यमुना में मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी है, जिसके चलते मंदिर में तैयार की जा रही मूर्ति का मंदिर परिसर में ही विसर्जन किया जाएगा।
इसके लिए परिसर में एक तालाब भी बनाया जा रहा है, जहां पूजा पूरी होने के बाद मूर्ति को विसर्जन के लिए ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पंडाल में दो द्वार बनाए जा रहे हैं, जिनमें आने वाले भक्तों को सैनिटाइज करने की व्यवस्था की जा रही है। वहीं, बाहर जाते वक्त भी भक्तों को सैनिटाइज किया जाएगा। इससे वह कोरोना संक्रमण से बचे रहेंगे। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल से आए मूर्तिकार मां की मूर्ति तैयार कर चुके हैं। अब मां की मूर्ति में रंग भर रहे हैं, जो काम भी लगभग पूरा हो चुका है। इसके बाद 22 अक्टूबर से मां के भक्तों के लिए पूजा शुरू कर दी जाएगी, जिसकी तैयारी भी समिति की ओर से लगभग पूरी हो चुकी है।
Coronavirus: निश्चिंत रहें पूरी तरह सुरक्षित है आपका अखबार, पढ़ें- विशेषज्ञों की राय व देखें- वीडियो