दिल्ली-नोएडा के हजारों लोगों को न्यू ईयर गिफ्ट, अगले महीने से सफर हो जाएगा और आसान
अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण के कारण अभी निर्माण कार्य रुका है लेकिन दिसंबर के पहले हफ्ते तक यह काम पूरा हो जाएगा। इसके बाद दिल्ली-नोएडा का सफर आसान हो जाएगा।
नई दिल्ली [अरविंद कुमार द्विवेदी]। कालिंदी कुंज होकर दिल्ली-नोएडा आने-जाने वाले लोगों का सफर अगले माह से आसान होने वाला है। इस मार्ग पर शाहीन बाग मार्केट से लेकर ठोकर नंबर नौ तक करीब 600 मीटर सड़क की चौड़ाई बढ़ाई जा रही है। दोनों ओर सड़क की चौड़ाई एक-एक लेन बढ़ाई जा रही है। इस तरह अब यह मार्ग दोनों ओर से चार-चार लेन का हो जाएगा। दरअसल, इस मार्ग पर शाहीन बाग मार्केट के सामने बने सर्विस लेन में खड़े होने वाले वाहनों के कारण और दूसरी ओर हो रही पार्किंग के कारण यहां पर जाम का सामना करना पड़ रहा था।
मुख्य मार्ग में मिल जाएगी सर्विस लेन
प्रोजेक्ट से जुड़े लोक निर्माण विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सरिता विहार से नोएडा जाने वाले कैरिजवे पर बनी सर्विस लेन का डिवाइडर हटाकर उसे मुख्य मार्ग में मिला दिया गया है। सर्विस लेन के मुख्य मार्ग में मिल जाने से मुख्य मार्ग की चौड़ाई एक लेन बढ़ गई है। यहां बीच में आर रहे हाइटेंशन इलेक्ट्रिक पोल को शिफ्ट करने के लिए बीएसईएस तैयार हो गया है, वहीं कालिंदी कुंज से सरिता विहार जाने वाले कैरिजवे की चौड़ाई भी एक लेन बढ़ाई गई है।
बॉटलनेक का भी होगा समाधान
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी ने बताया कि यह सड़क चौड़ी हो जाने के बाद ठोकर नंबर नौ (ओखला मोड़) और जसोला टी-प्वॉइंट पर बॉटलनेक बनेगा। ओखला मोड़ पर आगरा कैनाल पर बने पुल को डबल करके बॉटलनेक की समस्या का समाधान किया जा सकता है, हालांकि यह काम उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के कार्यक्षेत्र में आता है, वहीं जसोला विहार टी-प्वॉइंट पर नाले के ऊपर दोनों ओर से पुलिया बनाकर बॉटलनेक की समस्या हल की जा सकती है। यह काम दिल्ली सरकार को करना है।
उप्र सिंचाई विभाग पर बनेगा नैतिक दबाव
कालिंदी कुंज के पास आगरा कैनाल उप्र सिंचाई विभाग के अधिकार क्षेत्र में आता है। इस पर बने पुल को डबल करने की मांग को लेकर दिल्ली सरकार के अधिकारी कई बार उप्र सिंचाई विभाग के अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उप्र सिंचाई विभाग वाले कहते हैं कि पहले दिल्ली सरकार सड़क के उस हिस्से को तो चौड़ा करे जो उसके अधिकार क्षेत्र में है। अधिकारी का कहना है कि दिल्ली सरकार ने इसीलिए इस काम को तुरंत करवाने की मंजूरी दे दी, ताकि उप्र सिंचाई विभाग पर उसे अपने हिस्से का काम करने का नैतिक दबाव बन सके। अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण के कारण अभी निर्माण कार्य रुका है, लेकिन दिसंबर के पहले हफ्ते तक यह काम पूरा हो जाएगा। उसके बाद वे लोग फिर से उप्र सिंचाई विभाग के अधिकारियों से मिलकर उन्हें अपने हिस्से का काम करने के लिए कहेंगे।
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