बुराड़ी फांसीकांड में सामने आई चौंकाने वाली थ्योरी, ये '7 रहस्य' हैरान कर देंगे आपको
परिवार के 11 सदस्यों के अलावा किसी को यह बात पता नहीं थी कि पिछले 11 साल से ललित के पिता उसके सपने में आ रहे थे।
नई दिल्ली (जेएनएन)। बुराड़ी इलाके के एक ही घर में एक ही परिवार के 11 लोगों की मौत एक के बाद एक नए रहस्य लेकर सामने आ रही है। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एक सप्ताह की जांच में सामने आया है कि यह पूरी तरह से आत्महत्या का मामला है और इसका मास्टरमाइंड ललित है। अब इस मामले में नए-नए इत्तेफाक भी सामने आ रहे हैं। इस कड़ी में सनसनीखेज 11 मौतों में एक नई बात सामने आई है। इसमें 11 का अंक कई सवाल पैदा कर रहा है, जो किसी रहस्य से कम नहीं।
घर में लगे 11 पाइप, 11 रोशनदान
जहां भाटिया परिवार के करीबी और रिश्तेदार ये बात मानने को तैयार नहीं कि उन 11 लोगों ने आत्महत्या की होगी। रिश्तेदार इसे सामूहिक हत्या बता रहे हैं, वहीं इस मामले में घर की दीवार में 11 पाइप मिले थे और अब रोशनदान में 11 एंगल का रहस्य सामने आया है। वहीं, परिवार के 11 सदस्यों की मौत के रहस्य का पता लगाने में जुटी दिल्ली पुलिस ने उन राजमिस्त्री और कर्मचारियों से पूछताछ की थी, जिन्होंने घर में 11 पाइप लगाए थे,लेकिन 11 पाइपों की बात में कुछ भी नई बात मिली है।
11 लोगों ने की आत्महत्या
बुराड़ी आत्महत्या मामले में 11 अंक कोई नई बात नहीं है। सबसे बड़ी बात कि 11 लोगों ने आत्महत्या की थी। मृतकों की पहचान नारायण देवी (77), उनकी बेटी प्रतिभा (57) और दो बेटे भावनेश (50) और ललित भाटिया (45) के रूप में हुई है। भावनेश की पत्नी सविता (48) और उनके तीन बच्चे मीनू (23), निधि (25) और ध्रुव (15), ललित भाटिया की पत्नी टीना (42) और उनका 15 वर्ष का बेटा शिवम , प्रतिभा की बेटी प्रियंका (33) भी मृत मिले थे। इनमें प्रियंका की पिछले महीने ही सगाई हुई थी और इस साल के अंत यानी दिसंबर में उसकी शादी होनी थी।
FIR का नंबर भी 11
11 मौतों के मामले में यह महज इत्तेफाक है कि जब दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया तो एफआइआर नंबर 308 मिला, जिसका (3+0+8= 11) जोड़ 11 होता है। वहीं, पुलिस इसे कोई तवज्जो नहीं दे रही है। उसका कहना है कि यह सिर्फ इत्तेफाक है।
11 मौतों वाले मकान का जोड़ भी 11 अंक
21वीं सदी में अंकों को शायद ही कोई मानता हो, लेकिन यहां पर अंक कुछ कहते हैं। मसलन, बुराड़ी फांसीकांड जिस घर में हुआ उस घर का नंबर 137 है। अब इसका कुल योग (1+3+7= 11) 11 होता है।
11 रजिस्टर भी बरामद हुए
इस मामले की एक-एक कड़ी उन रजिस्टरों से मिल रही है जिसमें फांसी लगाने के तरीके और इससे जुड़ी हर क्रिया का विस्तार से जिक्र है। गौर करने वाली बात है कि घर से निकलने वाले 11 पाइपों और 11 एंगल वाले रोशदानों के साथ 11 रजिस्टर भी बरामद हुए हैं, जिनमें 10 साल पहले मरे पिता की आत्मा से संवाद की हर बातचीत दर्ज है। इसी ने इस हंसते खेलते परिवार को फांसी के फंदे पर ढकेला।
मृत पिता आते थे 11 साल से
कुल 11 रजिस्टर में लिखी बातों के मुताबिक, पिछले 11 साल से ललित के पिता उसके सपने में आ रहे थे। वह 2007 से यानी 11 साल से अपने पिता की आवाज में परिवार के सदस्यों के सामने बात करता था। परिवार के 11 सदस्यों के अलावा किसी को यह बात पता नहीं थी। मोक्ष के इस अनुष्ठान को लेकर घर में पूजा सात दिन से चल रही थी। खुदकुशी के लिए 9 लोगों ने 5 स्टूलों का इस्तेमाल किया था, जबकि छठा स्टूल प्रतिभा को इस्तेमाल करना था और प्रियंका को सेंटर में रखना था।