RTI से खुलासा, 10 वर्षों के दौरान देशभर में 844 शेरों की हुई मौत
2016 में सबसे अधिक 120 शेरों की मौत हुई है जबकि 2017 में 116 व 2018 में 102 शेरों की मौत हुई। वहीं इस वर्ष 2019 में अबतक 12 शेर अपनी जान विभिन्न कारणों से गंवा चुके हैं।
By JP YadavEdited By: Published: Sat, 06 Apr 2019 10:01 AM (IST)Updated: Sat, 06 Apr 2019 10:01 AM (IST)
नोएडा, जेएनएन। शेरों की मौत को लेकर जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से मांगी गई एक सूचना का अधिकार (आरटीआइ) के जवाब से पता लगा है कि पिछले 10 वर्षों के दौरान देश में कुल 844 शेरों की मौत विभिन्न कारणों से हुई है। शहर के रहने वाले समाजसेवी व अधिवक्ता रंजन तोमर ने वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय से पिछले 10 वर्षों में शेरों की हुई मौत को लेकर आरटीआइ के तहत जानकारी मांगी थी। रंजन तोमर के अनुसार, आरटीआइ का जवाब राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण की तरफ से मिला है।
उन्होंने बताया कि 2016 में सबसे अधिक 120 शेरों की मौत हुई है, जबकि 2017 में 116 व 2018 में 102 शेरों की मौत हुई। वहीं, इस वर्ष 2019 में अबतक 12 शेर अपनी जान विभिन्न कारणों से गंवा चुके हैं। पिछले 10 वषों में जिन 844 शेरों की मौत हुई है, उसमें प्राकृतिक मौत, शेरों की अंदरूनी लड़ाई में मौत, शिकार, हादसे के अलावा सरकार की तरफ से मानव भक्षक शेर को मारने के दिए निर्देश में मारे जाने वाले शेर शामिल हैं।
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