जेएनयू छात्रा से दुष्कर्म मामले में आया नया मोड़, जांच में सामने आईं चौंकाने वाली बातें
पुलिस की जांच में पता चला है कि युवती जेएनयू की छात्रा ही नहीं है और उसने जो पता दिया है वह भी फर्जी है। पुलिस ने फिलहाल शिक्षक की गिरफ्तारी को टाल दिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। वसंत कुंज थाना क्षेत्र में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) की शोध छात्रा से शिक्षक द्वारा दुष्कर्म किए जाने के मामले में नया मोड़ आ गया है। पुलिस की जांच में पता चला है कि युवती जेएनयू की छात्रा ही नहीं है और उसने जो पता दिया है, वह भी फर्जी है। पुलिस ने फिलहाल शिक्षक की गिरफ्तारी को टाल दिया है,वहीं फर्जी मुकदमा दर्ज कराने के मामले में युवती पर शिकंजा कसने की तैयारी है।
22 फरवरी को एक युवती ने वसंतकुंज उत्तरी थाने में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। इसमें गाजियाबाद निवासी युवक पर शादी का झांसा देकर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। आरोपित युवक गुरुग्राम के एक सरकारी स्कूल में शिक्षक है। वहीं युवती ने खुद को जेएनयू की शोध छात्रा बताते हुए अपना पता बी ब्लॉक वसंत कुंज बताया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
इसमें युवती द्वारा बताया गया पता फर्जी मिला। इसके बाद पुलिस जेएनयू पहुंची तो यहां भी विश्वविद्यालय के दस्तावेजों में युवती के शोध छात्रा होने की पुष्टि नहीं हो सकी। इसके बाद मोबाइल नंबर से पुलिस को पता चला युवती चंदर विहार में रहती है।
इधर कॉल डिटेल में भी दोनों के बीच अक्सर बात होने की बात गलत साबित हुई। यही नहीं विस्तृत जांच में पुलिस को पता चला कि शिक्षक के पिता ने युवती को कुछ वर्ष पूर्व मंडावली में किराए पर घर दिलवाया था। यहां कुछ ही समय बाद युवती ने मकान मालिक के बेटे के खिलाफ मंडावली थाने में एक मामले में झूठी एफआइआर दर्ज करा दी थी।