गुरुद्वारा बाला साहिब में 50 बेड का अस्पताल शुरू, मुफ्त ओपीडी और कम कीमत में मिलेगा इलाज
दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने गुरुद्वारा बाला साहिब में 50 बेड का अस्पताल शुरू किया है। हरमीत सिंह कालका ने बताया कि यहां आधुनिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध होंगी जिनमें निशुल्क ओपीडी शामिल है। मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि अस्पताल 2006 से बंद था लेकिन अब फिर से शुरू हो गया है। अस्पताल में विभिन्न विभाग और आधुनिक सुविधाएं मौजूद हैं।

राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (डीएसजीएमसी) द्वारा गुरुद्वारा बाला साहिब परिसर में 50 बेड का अस्ताल शुरू किया गया है। गुरुद्वारा में अरदास के बाद इसकी शुरुआत की गई। डीएसजीएमसी के अध्यक्ष हरमीत सिंह कालका ने कहा, "गुरु हरकिशन इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च अस्पताल में उपचार के लिए आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होगी। नि:शुल्क ओपीडी व सरकारी अस्पताल की तरह कम खर्च पर अन्य स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होगी।"
उन्होंने कहा, "वर्ष 2019 में जब मनजिंदर सिंह सिरसा डीएसजीएमसी के अध्यक्ष बने उसी समय से अस्पताल के लिए प्रयास शुरू हो गए थे। इस इमारत में डायलिसिस सेंटर पहले से चल रहा है, जिसमें 90,000 नि:शुल्क डायलिसिस हो चुके हैं। कोरोना महामारी के समय भी यहां मरीजों का उपचार किया गया।"
अस्पताल के निर्माण में कई लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका
अस्पताल में नेफ्रोलॉजी, यूरोलॉजी, गायनेकोलॉजी, पीडियाट्रिक्स विभाग हैं। दो आइसीयू और एक पीडियाट्रिक आइसीयू, नवीनतम सीटी स्कैन और अल्ट्रासाउंड सुविधा उपलब्ध है। अस्पताल के निर्माण में कार सेवा वाले बाबा बचन सिंह, बाबा सतनाम सिंह और बाबा सुरिंदर सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
दिल्ली सरकार के मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने कहा कि इस अस्पताल से उनकी भावनाएं जुड़ी हुई हैं। यह अस्पताल 2006 से बंद था। भाजपा की सरकार बनने के बाद आवश्यक अनुमति प्राप्त हुई जिससे अस्पलताल शुरू हो सका। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने इसमें पूरा सहयोग दिया। डीएसजीएमसी को कौशल विकास कार्यक्रमों के लिए 100 करोड़ रुपये दिए हैं। उन्होंने डीएसजीएमसी को ला कालेज खोलने की सलाह दी।
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