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बुराड़ी में 11 लोगों की आत्महत्या को OTT प्लेटफॉर्म पर दिखाएगा नेटफ्लिक्स, क्या खुलेगा सामूहिक आत्महत्या का राज

पुलिस की जांच में अंधविश्वास में किया गया कृत्य ही निकला लेकिन इतना समय गुजर जाने के बाद भी अब तक इस राज से पर्दा नहीं उठ सका है। नेटफ्लिक्स ने रिलीज डेट नहीं घोषित की है लेकिन सीरीज का नाम हाउस ऑफ सिक्रेटस द बुराड़ी डेथ्स रखा गया है।

By Prateek KumarEdited By: Published: Fri, 05 Mar 2021 06:59 PM (IST)Updated: Fri, 05 Mar 2021 08:31 PM (IST)
बुराड़ी में 11 लोगों की आत्महत्या को OTT प्लेटफॉर्म पर दिखाएगा नेटफ्लिक्स, क्या खुलेगा सामूहिक आत्महत्या का राज
2018 में एक ही परिवार के 11 सदस्यों ने कर ली थी सामूहिक आत्महत्या

नई दिल्ली [सुशील गंभीर]। बुराड़ी के चर्चित सामूहिक आत्महत्या कांड का ताना-बाना जल्द ही ओटीटी प्लेटफार्म नेटफ्लिक्स पर देखने को मिलेगा। नेटफ्लिक्स ने हाल ही में कई फिल्मों और वेब सीरीज की घोषणा की है, जिसमें दिल्ली का यह बहुचर्चित कांड भी है, जो साल 2018 के जुलाई माह में घटा था। जब एक ही परिवार के 11 लोगों ने अपने घर के एक कमरे में सामूहिक आत्महत्या कर ली थी।

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पुलिस की जांच में अंधविश्वास में किया गया कृत्य ही निकला, लेकिन इतना समय गुजर जाने के बाद भी अब तक इस राज से पर्दा नहीं उठ सका है। हालांकि, नेटफ्लिक्स की तरफ से अभी इसकी रिलीज डेट तो नहीं घोषित हुई है, लेकिन सीरीज का नाम हाउस ऑफ सिक्रेटस: द बुराड़ी डेथ्स रखा गया है।

जुलाई 2018 में जब इतने लोगों ने एक साथ आत्महत्या कर ली थी, तो इसके चर्चे पूरे देश में हुए थे। तब तरह-तरह की बातें सामने आई कि आखिर परिवार के एक सदस्य ललित के कहने बड़े-बूढ़े और बच्चों ने आत्महत्या क्यों कर ली।

घटना स्थल से पूजा का सामान भी मिला था, जिससे अंधविश्वास की थ्योरी साबित हुई। करीब डेढ़ साल तक तो इस घर में कोई रहने भी नहीं आया। हालांकि पिछले साल इस घर को किरायेदार मिले। पड़ोस में ही पैथ लैब चलाने वाले एक व्यक्ति ने इस घर को किराये पर लिया है।

जानें क्या था देश को हिलाने वाला बुराड़ी आत्महत्या कांड

दिल्ली ही नहीं देश को हैरान करने वाला यह सनसनीखेज आत्महत्या कांड बुराड़ी में हुआ था। यहां पर एक जुलाई 2018 को एक ही घर में 11 लोग संदिग्ध हालात में मृत पाए गए थे। मृतकों में सात महिलाएं, चार पुरुष थे जिनमें से दो नाबालिग थे। गौरतलब है कि परिवार के 11 सदस्यों के उनके घर में मृत मिलने के मामले में मनोवैज्ञानिक ऑटोप्सी रिपोर्ट में खुलासा हुआ था कि उन लोगों ने खुदकुशी नहीं की थी, बल्कि एक अनुष्ठान के दौरान दुर्घटनावश वे सभी मारे गए थे। एक महिला का शव रोशनदान से तो नौ लोगों के शव छत से लगी लोहे की ग्रिल से चुन्नी व साड़ियों से लटके मिले। एक बुजुर्ग महिला का शव जमीन पर पड़ा मिला था। नौ लोगों के हाथ-पैर व मुंह बंधे हुए थे और आंखों पर रुई रखकर पट्टी बांधी गई थी।


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