स्वतंत्रता दिवस पर 6250 मीटर ऊंची मंटोक चोटी पर तिरंगा फहराएंगी भारत की बेटियां
वूमन अल्पाइन वर्ल्ड रिकॉर्ड मंटोक कांगड़ी के तहत 15 अगस्त को फहराएंगी झंडा। आरती योग शिक्षिका हैं। उनका सपना एक दिन माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने का है।
नई दिल्ली (भगवान झा)। ऊंचे पहाड़, दुर्गम रास्ते, बर्फीली हवाओं से गुजरना हो तो हर व्यक्ति एक न एक बार सोच में पड़ जाएगा, लेकिन राजौरी गार्डन निवासी आरती रैकवार इनको हंसते-हंसते पार करती हैं। इसी का नतीजा है कि वे इस बार लद्दाख की मंटोक चोटी पर 15 अगस्त को तिरंगा फहराने के लिए उत्साहित हैं।
इस यात्रा का नाम वूमन अल्पाइन वर्ल्ड रिकॉर्ड मंटोक कांगड़ी दिया गया है, जिसके तहत आरती 6250 मीटर ऊंची चोटी पर पहुंचेंगी। आरती ने बताया कि हर साल एबव ओसियन लेवल संस्था की ओर से पूरे देश से एक टीम का चयन किया जाता है, जो पहाड़ों की चढ़ाई कर 15 अगस्त के दिन चोटी पर झंडा फहराती है।
इस बार सात महिलाओं का चयन किया गया और उसमें मैं भी एक हूं। मुझे पहाड़ों पर चढ़ाई करना बहुत अच्छा लगता है। सबसे पहले मैंने इसके लिए उत्तरकाशी स्थित नेहरू माउंटेनियरिंग इंस्टीट्यूट में एक माह का प्रशिक्षण लिया। इस दौरान हमें 1500 फीट की ऊंचाई पर ले जाया गया। हमने इसे हंसते-हंसते पार किया। इसके बाद एबव ओसियन लेवल संस्था ने मुझे मंटोक चोटी पर चढ़ने के लिए चयनित किया।
यह मेरा एक सपना सच होने के बराबर है। उन्होंने कहा कि इसमें खास बात यह होती है कि हम बिना किसी उपकरण के इतनी ऊंची चोटी पर चढ़ाई करेंगे। इसलिए इसे बहुत ही कठिन माना जाता है, लेकिन जुनून के आगे सभी कठिनाइयां मात खाती हैं। हम अपने जुनून से दुर्गम रास्तों को आसान बनाते हुए मंजिल की ओर बढ़ेंगे और 15 अगस्त को झंडा फहराएंगे।
उन्होंने बताया कि टीम में प्रीति रावत, सोनम, अंजलि, ऋतु, शिवानी व भावना हैं। सभी 11 अगस्त को लद्दाख के लिए निकल जाएंगे। इसके बाद 14 अगस्त की रात मंटोक चोटी के लिए निकलेंगे, जिससे कि 15 अगस्त सुबह होते-होते हम चोटी पर पहुंच जाएं। बता दें कि आरती योग शिक्षिका हैं। उनका सपना एक दिन माउंट एवरेस्ट पर पहुंचने का है।