Lok Sabha Election 2019: नमो फूड की थाली बांट घिरी नोएडा पुलिस, जानिए- किसने-क्या कहा ?
नमो फूड पोलिंग बूथ के पास पुलिसकर्मियों को बांटने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो देख आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया। विवाद के बाद चुनाव आयोग ने रिपोर्ट मांगी है।
नोएडा, जेएनएन। गौतमबुद्ध नगर संसदीय सीट पर बृहस्पतिवार को हुए मतदान के दौरान नोएडा में नमो फूड (खाने की थाली) बांटकर पुलिस घिर गई। केंद्रीय मंत्री महेश शर्मा के सेक्टर 15 ए बूथ पर मतदान करने आने से कुछ देर पहले वहां एक कार पहुंची, जिसमें पुलिस कर्मी और नमो फूड की थालियां थीं। इन थालियों को पुलिस कर्मियों को बांटा जा रहा था। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। साथ ही विपक्षी पार्टियों ने इसे महेश शर्मा से जोड़ दिया। कांग्रेस प्रत्याशी अरविंद सिंह और सपा-बसपा गठबंधन प्रत्यशी सतवीर नागर ने आरोप लगाया कि नमो थाली भाजपा प्रत्याशी महेश शर्मा की ओर से बांटी गई है। वहीं, महेश शर्मा ने इन आरोपों को खारिज किया। उन्होंने बताया कि नमो थाली बांटने की जानकारी उन्हें नहीं है, जिसने बांटा उससे पूछा जाना चाहिए।
सोशल मीडिया पर घमासान मचता देख एसएसपी गौतमबुद्ध नगर वैभव कृष्ण ने बयान का वीडियो जारी कर सफाई दी। इसमें उन्होंने कहा कि किसी राजनीतिक दल द्वारा पुलिसकर्मियों को नमो फूड की थाली नहीं बांटी गई। शहर में मौजूद नमो फूड नाम की एक दुकान से लोकल स्तर पर पुलिस ने खाने की कुछ थाली खरीदी है। किसी विशेष दुकान से थाली खरीदने के लिए कोई अधिकारिक आदेश भी नहीं दिया गया था।
उधर, नमो फूड पुलिसकर्मियों के बीच पो¨लग बूथ पर बांटे जाने को लेकर मचे घमासान को देख यूपी चुनाव आयोग ने गौतमबुद्ध नगर के जिला निर्वाचन अधिकारी बीएन ¨सह से रिपोर्ट मांगी है। सूत्रों के अनुसार नमो फूड वितरित किये जाने से संबंधित रिपोर्ट आयोग को जिला निर्वाचन अधिकारी की तरफ से भेज दी गई है।
कोतवाली सेक्टर-20 क्षेत्र में कुछ बूथों पर बंटा नमो फूड
पुलिस के अनुसार नमो फूड नाम की शॉप नोएडा के अलग-अलग चार सेक्टरों में काफी पहले से संचालित हो रही है। सेक्टर 5 में इसका कारखाना है। कोतवाली सेक्टर 20 पुलिस की तरफ से अपने एरिया के कुछ बूथों पर मौजूद फोर्स के लिए इसके कारखाने से खाना लिया था। यह फूड उस बूथ पर भी वितरित किया गया जिस पर भाजपा प्रत्याशी डॉ महेश शर्मा ने भी मतदान किया है। वहीं एसएसपी वैभव कृष्ण ने कहा कि शहर के अलग-अलग क्षेत्र में उस एरिया के कोतवाली स्तर पर खाने की व्यवस्था की गई थी। ऐसा नहीं है कि पूरे शहर में नमो फूड ही बंटा है।
महेश शर्मा (प्रत्याशी, भाजपा) का कहना है कि मुझे मीडिया से जानकारी मिली कि नमो फूड की थाली बांटी गई। इसका मुझसे या भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। जिसने यह थाली बांटी या खरीदी उससे पूछा जाए। अगर कुछ गलत हुआ है तो मैं भी मांग करता हूं कि उसके खिलाफ कार्रवाई हो।
अरविंद सिंह (प्रत्याशी, कांग्रेस) का आरोप है कि जब नमो नाम से चल रहे टीवी चैनल को चुनाव आयोग ने बैन किया, फिर नमो फूड थाली बांटना भी चुनाव आचार संहिता का साफ उल्लंघन है। भाजपा प्रत्याशी ने प्रशासन के साथ मिलकर अपने पक्ष में माहौल बनाने के लिए ऐसा किया है। इस मामले में सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
सतवीर नागर (गठबंधन के प्रत्याशी) के मुताबिक, वीडियो और फोटो में साफ दिख रहा है कि पुलिस नमो थाली बांट रही है। इससे साफ है कि प्रशासन पूरी तरह से भाजपा कार्यकर्ता की तरह काम कर रहा है। भाजपा प्रत्याशी की ओर से प्रशासन के साथ मिलकर थाली बांटी गई। एसएसपी का कहना है कि नमो थाली पुलिस ने खरीदी। इसे भी सही मान लिया जाए तो यह आचार संहिता का उल्लंघन है। इस नाम की थाली का इस्तेमाल जान-बूझकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने के लिए किया गया।
वहीं, सुनील आनंद मैनेजर नमो फूड) का कहना है कि बीएसपी मेरा एक बेस किचन है। वहां खाना बनाकर आउटलेट पर सर्कुलेट करते हैं। नमो का मतलब होता है किसी का वेलकम करना, किसी का सतकार करना। नमो संस्कृत भाषा का शब्द है। प्रशासन की तरफ से मंगाया गया था, साढ़े सात सौ थाली का आर्डर था। मैने अपनी किचन से उनको डिलिवर किया है। बिजनेसमैन के रूप में मुझे कोई ऑडर मिला है तो हमने वह खाना दिया है। 13 माह से चल रहा है, सेक्टर 1, 2, 16, 18 व 63 में पांच आउटलेट चल रहे हैं।