Move to Jagran APP

दिल्ली के IGI एयरपोर्ट के ट्रांजिट जोन में नामीबिया के नागरिक ने 15 दिनों से डाला डेरा, कहा- "नहीं हैं पैसे"

दिल्ली के IGI एयरपोर्ट के ट्रांजिट जोन में नामीबिया का एक नागरिक पिछले 15 दिनों से डेरा डाले हुए है। नागरिक ने कहा कि उसके पास पैसे नहीं हैं। इसके बाद इमिग्रेशन अधिकारियों ने इस मामले में नामीबिया के दूतावास को सूचित किया है।

By Gautam Kumar MishraEdited By: Shyamji TiwariPublished: Wed, 25 Jan 2023 07:04 PM (IST)Updated: Wed, 25 Jan 2023 07:04 PM (IST)
दिल्ली के IGI एयरपोर्ट के ट्रांजिट जोन में नामीबिया के नागरिक ने 15 दिनों से डाला डेरा, कहा- "नहीं हैं पैसे"
IGI एयरपोर्ट के ट्रांजिट जोन में नामीबिया के नागरिक ने डाला डेरा

नई दिल्ली, जागरण संवादाता।  दिल्ली के आईजीआई एयरपोर्ट के ट्रांजिट जोन में पिछले 15 दिनों से एक विदेशी नागरिक यह कहते हुए डेरा डाले हुए है कि उसके पास आगे की यात्रा के लिए पैसे नहीं है। यह यात्री अफ्रीकी देश नामीबिया का नागरिक खुद को बता रहा है।

loksabha election banner

नामीबिया दूतावास को किया गया सूचित

इस जानकारी के बाद इमिग्रेशन अधिकारियों ने इस मामले में नामीबिया के दूतावास को सूचित किया है। हालांकि अभी तक दूतावास के अधिकारियों की ओर इस यात्री की मदद या किसी अन्य कार्रवाई नहीं की गई है। एयरपोर्ट सूत्रों का कहना है कि ट्रांजिट जोन में ऐसे मामले सामने आते रहते हैं।

15 दिनों तक रुकने की यह पहली घटना

लेकिन अधिकांश मामलों में यात्री तीन से चार दिन तक ही कोई कारण बताकर रुकते हैं। 15 दिनों तक रुकने की हाल फिलहाल यह पहली घटना है। इससे पहले कोरोना काल में एक जर्मन नागरिक को ट्रांजिट एरिया में लंबे समय तक देखा गया। लेकिन इसके पीछे वजह कोराना के कारण अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर लगा रोक था। बाद में दूतावास के हस्तक्षेप पर उसे जर्मनी भेजा गया था।

यात्री के पास नहीं हैं जरूरी पैसे

नामीबियाई नागरिक के मामले में समस्या यह है कि इसके पास यहां रुकने की कोई खास वजह नहीं है। इसका कहना है कि उसके पास आगे की यात्रा के लिए जरूरी पैसे नहीं हैं। लेकिन उसकी इस बात पर किसी को इसलिए भरोसा नहीं हो रहा है क्योंकि वह अपने खाने पीने की अधिकांश जरूरतों को अपने पैसे से पूरा कर रहा है।

यह भी पढ़ें- Delhi: क्राइम ब्रांच के अधिकारी बताकर उज्बेकिस्तानी दंपति के साथ IGI एयरपोर्ट पर ठगी, इलाज कराने आए थे भारत

सूत्रों का कहना है कि यह सिंगापुर से डिपोर्ट कर यहां भेजा गया था, क्योंकि सिंगापुर के लिए यह नई दिल्ली से ही निकला था। लेकिन वहां के इमिग्रेशन ने इसे यह कहते हुए डिपोर्ट कर दिया कि इसके पास सिंगापुर में प्रवेश के लिए जरूरी कागजात नहीं है।

यह भी पढ़ें- Attention Please! DGCA ने यात्रियों को दी बड़ी राहत, बिना सहमति के डाउनग्रेड करने पर देना होगा रिफंड


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.