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इनसे सीखें: रोजा रखकर हिजाब में मुस्लिम महिलाएं गलियों को कर रही सैनिटाइज

मुस्तफाबाद की रहने वाली तीन मुस्लिम महिलाएं न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि पूरे समाज के लिए नजीर बनी हुई हैं।

By Prateek KumarEdited By: Published: Tue, 05 May 2020 04:53 PM (IST)Updated: Tue, 05 May 2020 04:53 PM (IST)
इनसे सीखें: रोजा रखकर हिजाब में मुस्लिम महिलाएं गलियों को कर रही सैनिटाइज
इनसे सीखें: रोजा रखकर हिजाब में मुस्लिम महिलाएं गलियों को कर रही सैनिटाइज

नई दिल्ली (शुजाउद्दीन)। रमजान का महीना चल रहा है, इस महीने को सब्र के साथ ही बरकत का महीना कहा गया है। देश इस समय कोरोना माहमारी से जूझ रहा है, राजधानी दिल्ली में इस बीमारी से 60 से ज्यादा लोग अपनी जान गवां चुके हैं। रोजा रखकर 15 घंटे तक भूख-प्यास की शिद्दत बर्दाश्त करके हिजाब पहने मुस्लिम महिलाएं अपने हाथों से गलियों को सैनिटाइज कर रही हैं। वह समाज को संदेश दे रही हैं कि हिजाब वाली महिलाएं पर्दे में रहकर भी इस बीमारी से लड़ सकती हैं।

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मुस्तफाबाद की रहने वाली तीन मुस्लिम महिलाएं न केवल मुस्लिम समुदाय बल्कि पूरे समाज के लिए नजीर बनी हुई हैं। ऐसा कहा जाता है कि हिजाब पहनने वाली महिलाएं इस तरह से सड़कों पर जल्दी से सामाजिक कार्यों में भाग नहीं लेती हैं, वो भी उस वक्त में जब कोरोना के हाहाकार की वजह से लोग अपने घरों में कैद हैं।

वहीं तीन महिलाएं इमराना सैफी, शमां परवीन, नसरीन मैदान में उतरकर कोरोना से जंग लड़ रही हैं। तीनों ही रोजेदार हैं। इमराना सैफी ने बताया कि कोरोना से दिल्ली की स्थिति बहुत ही खराब हो चुकी है, सरकार व प्रशासन अपनी ओर से सभी तरह के प्रयास कर रहे हैं।

एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते उनका फर्ज था कि वह इस मुश्किल वक्त में भी दिल्ली वालों के लिए कुछ करें। वह आरडब्ल्यूए फेडरेशन अाॅफ दिल्ली के साथ जुड़ी। उन्होंने कहा कि वह रोजा रखकर शमां और नसरीन के साथ सैनिटाइजेशन किट कमर पर टांग कर मुस्तफाबाद की गलियों में जा जाकर अपने हाथों से सैनिटाइज करती हैं।

इसके बाद घर पर आकर इफ्तारी की तैयारी में जुट जाती हैं। शमां परवीन ने कहा कि पर्दे में रहकर भी एक महिला सारे में काम कर सकती है, रोजे की हालत में जब वह सैनिटाइज करती हैं तो पैदल चल चलकर हालत खराब हो जाती है। लेकिन वह हौसला नहीं हारती।

दंगा प्रभावित इलाकों में भी करती हैं सैनिटाइज

आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष रिजवान अली सिद्दीकी ने बताया कि कुछ ही दिनों पहले उत्तरी पूर्वी जिले के कई इलाकों में दंगे हुए थे। इसमें कई लोगों की जाने गई थी, कुछ लोगों के घर व दुकानों को जलाकर राख कर दिया गया था। सबसे ज्यादा नुकसान शिव विहार में हुआ था। यह तीनों महिलाएं हिजाब में शिव विहार व अन्य इलाकों में जाकर भी सैनिटाइज करती हैं।


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