अटल के विचारों को देश के मुस्लिमों के बीच ले जाएगा मुस्लिम राष्ट्रीय मंच
अटल के विचारों को मुस्लिम समुदाय के बीच ले जाने के लिए मंच ने पूरे वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है।
नई दिल्ली (नेमिष हेमंत)। जनप्रिय पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी अपने कार्यो और विचारों से मुस्लिम समुदाय में लोकप्रिय थे। उनके निधन से मुस्लिम धर्म गुरुओं के साथ ही समुदाय के लोग मर्माहत दिखे और कहा कि देश ने एक सच्चा सपूत खो दिया, जो सच्चे अर्थो में इंसानियत के लिए जीता था।
यही कारण रहा कि शुक्रवार को दीन दयाल उपाध्याय मार्ग से राष्ट्रीय स्मृति स्थल तक की अटल की अंतिम यात्र में जगह-जगह भारी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग उपस्थित नजर आए और जब यात्र नजदीक पहुंची तो गुलाब की पंखुड़ियों के साथ नम आंखों से उनको विदाई दी।
अटल के इसी विचारों को मुस्लिम राष्ट्रीय मंच ने मुस्लिम समुदाय के बीच ले जाने की तैयारी की है। इसके लिए मंच ने पूरे वर्ष राष्ट्रीय स्तर पर विशेष अभियान चलाने का निर्णय लिया है। इसमें जगह-जगह विचार गोष्ठी समेत अन्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके साथ ही मुस्लिम समुदाय के लिए अटल सरकार की ओर से चलाई गई योजनाओं, कश्मीर में शांति और पाकिस्तान से संबंध सुधारने के प्रयासों का ब्योरा देते हुए पुस्तिका भी बांटे जाएंगे।
मंच ने 27 अगस्त को स्मृति स्थल जहां वाजपेयी पंचतत्व में विलीन हुए, वहां बड़ा श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित करने की भी तैयारी की है, जिसमें काफी संख्या में देश के विभिन्न भागों से मुस्लिम समुदाय के लोगों के उपस्थित होने का दावा किया है। इस बारे में मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अफजाल अहमद ने कहा कि सही अर्थो में अटल जी पूरे देश के सर्वमान्य नेता थे। वह महजब से ऊपर उठकर इंसानियत की बात करते थे।