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सास-ससुर की हत्यारोपित बहू ने तिहाड़ जेल में लगाई फांसी, नहीं मिला सुसाइड नोट

दिल्ली के तिहाड़ जेल में एक महिला ने खुदकशी कर ली है। जेल संख्या संख्या छह में एक महिला ने की खुदकशी।

By Mangal YadavEdited By: Published: Tue, 28 Apr 2020 11:34 AM (IST)Updated: Tue, 28 Apr 2020 12:56 PM (IST)
सास-ससुर की हत्यारोपित बहू ने तिहाड़ जेल में लगाई फांसी, नहीं मिला सुसाइड नोट
सास-ससुर की हत्यारोपित बहू ने तिहाड़ जेल में लगाई फांसी, नहीं मिला सुसाइड नोट

 नई दिल्ली, गौतम मिश्रा। दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद डबल मर्डर की आरोपित एक महिला ने आत्महत्या कर ली है। महिला जेल संख्या-छह में बंद थी। महिला की पहचान कविता के रूप में हुई है। कविता सास-ससुर की हत्या की आरोपित थी। कविता का पति सतीश भी हत्या के आरोप में तिहाड़ में ही बंद है। जेल प्रशासन मामले की तहकीकात में जुटा है। अभी तक पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।

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मिली जानकारी के मुताबिक, कविता ने जेल संख्या 6 में रात में चुन्नी से जेल में फांसी लगा दी। सूचना मिलते ही महिला को डीडीयू अस्पताल में भर्ती करवाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि महिला को 25 अप्रैल को सास-ससुर की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।

ये है पूरा मामला

अभी हाल में ही छावला थाना क्षेत्र में एक दंपती की उन्हीं के घर में बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। आश्चर्य की बात तो यह रही कि दंपती की हत्या की बात घर में मौजूद बेटा और बहू को पता तक नहीं चली। मृतक की पहचान राज सिंह 61 (वर्ष) और ओमवती 58 (वर्ष) के रूप में हुई थी। संदेह के आधार पर पुलिस ने बेटा और बहू से पूछताछ की। इसके बाद बहू और बेटा दोनों को पुलिस ने 25 अप्रैल को गिरफ्तार कर लिया था। दोनों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था।

छावला थाना पुलिस दिन में करीब सवा बारह बजे बजे पीसीआर कॉल के जरिए सूचना मिली कि दुर्गा विहार स्थित घर में दंपती का शव है। सूचना मिलने के बाद मौके पर जब पुलिस टीम पहुंची तो उन्हें एक कमरे के बिस्तर पर राज सिंह और ओमवती की खून से लथपथ शव नजर आया। दंपती के चेहरे पर तेज धारदार व नुकीले हथियार से वार किये जाने के निशान मिले। संभावना जताई गई कि ये निशान चाकू और पेचकस से वार किए जाने के बाद बने होंगे।

सास-ससुर से बेटे व बहू के रिश्ते नहीं थे अच्छे

जब पुलिस ने दंपती के बेटे व बहू से इस बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि उन्हें मामले का पता तब चला जब दंपती से मिलने आई। उनकी बेटी ने 11 बजे उनके कमरे का दरवाजा खटखटाया, लेकिन जब बार-बार आवाज दिए जाने के बाद दरवाजा नहीं खुला तो धक्का देकर दरवाजा खोला। अंदर कमरे में दोनों का शव देखकर उन्होंने ही पड़ोसियों को इसकी जानकारी दी और पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस के मुताबिक, मौके पर मृतक का बेटा बहू अपने दो बच्चों के साथ मौजूद थे, लेकिन हत्या के बावजूद इन दोनों ने पुलिस को कॉल नहीं किया, बल्कि पीसीआर कॉल दंपती की बेटी ने की।

पुलिस के अनुसार, मृतक के रिश्तेदारों से पता चला है कि हत्या वाले दिन से ही इनके मोबाइल पर रिश्तेदारों ने कई कॉल किए, लेकिन इन्होंने कोई भी कॉल रिसीव नहीं किया। वहीं, पड़ोसियों से पूछताछ में पुलिस को पता चला कि घर से किसी के चीखने-चिल्लाने की आवाज नहीं आई, न ही बच्चों को इस बारे में कुछ पता है। ऐसे में पुलिस ने शक जताया है कि हत्या से पहले दंपती को कुछ नशीला पदार्थ खिलाया गया होगा, ताकि बेहोश होने के कारण दोनों चीख नहीं सकें। पुलिस के अनुसार, छानबीन में पता चला था कि मृतक दंपती का अपने बेटे व बहू से रिश्ता अच्छा नहीं था।


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